मुंबई। अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के तत्वावधान में चेंबूर महिला मंडल ने नवंबर माह की Learn Unlearn Relearn कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यक्रम की शुरूवात क्रांति जी सुराणा ने नवकार मंत्र से की। संयोजिका वनीता बाफना ने तेरापंथ प्रबोध का संगान किया तथा सभी का स्वागत किया ।
मुख्य वक्ता मीना जी साबदरा ने दीपावली क्यों वह कैसे मनानी चाहिए? तथा अपने भीतर कैसे आध्यात्मिक दीप जलाए ? उस पर बहुत ही सुंदर वक्तव्य दिया। तथा यह भी समझाया की बाहरी वस्तुओं का बहिष्कार हो तथा जुए खेलने जैसी गलत परंपरा का भी बहिष्कार हो। त्यौहारों पर मांडने का क्या महत्व होता है ? वह भी समझाया।
सह संयोजिका लीना सिंघवी ने आभार ज्ञापन किया। साथ ही भिक्षु तेरस निमित्त भिक्षु भक्ति भी रखी गई। शारदा जी परमार ने भिक्षु अष्टकम का संज्ञान किय कल्पना जी परमार ने भिक्षु गीतिका का संज्ञान किया। 30 बहनों की उपस्थिति रही। कोषाध्यक्ष वनिता चंडालिया का सहयोग रहा। तथा आगामी कार्यक्रम की जानकारी दी गई।
महिला मंडल चेंबूर ने किया Learn Unlearn Relearn कार्यशाला का आयोजन
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