लखनऊ:बहराइच में हुए बोल्डर घोटाले में फरार चल रहे दो अभियंताओं समेत तीन की संपत्ति कुर्क करने की तैयारी चल रही है। कई बार दबिश देने के बाद भी गिरफ्तारी न हो पाने पर उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) इस प्रक्रिया के लिए कोर्ट से आदेश हासिल करने की कोशिश में है।
शासन से अभियोजन की स्वीकृति मिलने के बाद विजिलेंस ने पिछले दिनों अयोध्या से घोटाले के एक आरोपी बाल गोविंद की गिरफ़्तारी की थी लेकिन अन्य तीनों आरोपी फरार हो गए थे। विजिलेंस की सिंचाई शाखा के एसपी विजय त्रिपाठी ने बताया कि घोटाले में सिंचाई विभाग के तत्कालीन अधीक्षण अभियंता अनुज कुमार सागर, तत्कालीन अधिशासी अभियंता रईस इकबाल व वरिष्ठ लिपिक राम सूरत पांडेय की तलाश है।
अनुज कुमार सागर क्वारसी (अलीगढ़) के निवासी हैं, जबकि रईस इकबाल मड़ियांव (लखनऊ) और राम सूरत पांडेय अयोध्या के निवासी हैं। विजिलेंस ने तीनों के ठिकानों पर दबिश दी लेकिन वे पकड़े नहीं जा सके। बहराइच के बिल्हर बांध में बोल्डर की आपूर्ति में हुए इस घोटाले में वर्ष 2015 में एफआईआर दर्ज हुई थी। बाद में मामले की जांच विजिलेंस को सौंप दी गई थी।