मुंबई:मानसिक समस्याओं से परेशान मरीजों को इलाज देने के लिए शुरू हुए मेमरी क्लिनिक में अब तक 1 हजार से अधिक मरीज आ चुके हैं। इसमें से अधिकतर लोगों को डिमेंशिया यानी स्मृतिभ्रंश या भूलने की समस्या है। फिलहाल सभी मरीजों का उपचार किया जा रहा है। मानसिक समस्याओं खासकर अल्जाइमर और डिमेंशिया को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने इसी साल 2 अक्टूबर को राज्य के 30 जिलों में ‘मेमरी क्लिनिक’ की शुरुआत की थी, जिसमें मुंबई, पुणे, नागपूर, नाशिक, ठाणे, जळगाव, सातारा, सांगली, नगर, अमरावती, नांदेड, बीड, सोलापूर, सिंधुदुर्ग और लातूर इत्यादि हैं।
महाराष्ट्र स्वास्थ्य निदेशालय से मिली जानकारी के अनुसार, क्लिनिक शुरू होने के बाद से अब तक इसमें 1,028 मरीज इलाज के लिए आ चुके हैं। अधिकतर मामलों में लोगों को भूलने की बीमारी है। विशेषज्ञों के अनुसार, स्मृतिभ्रंश जैसी बीमारी खासकर बुजुर्गों में होती है, हालांकि अब कई वयस्क भी इस समस्या से परेशान सामने आ रहे हैं। इसके कई कारण हैं जिनमें शराब का सेवन, धूम्रपान, तनाव, पौष्टिक आहार की कमी, अनियमित जीवनशैली इत्यादि शामिल हैं।
महाराष्ट्र मेंटल हेल्थ के पूर्व उपनिदेशक व ठाणे मेंटल हॉस्पिटल के पूर्व सुपरिटेंडेंट डॉ. संजय कुमावत ने बताया कि स्मृतिभ्रंश के कई प्रकार हैं, जिसमें रिवर्सेबल और इरिवर्सेबल शामिल है। रिवर्सेबल डिमेंशिया इलाज के बाद सही हो सकता है, जबकि इरिवर्सेबल को पूरी तरह ठीक नहीं किया जा सकता। यह ठीक होने के बाद फिर से हो सकती है।