विले पार्ले। अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के तत्वाधान में, पर्युषण महापर्व के तीसरे दिन अभिनव सामायिक का आयोजन साध्वी श्री राकेश कुमारी जी आदि ठाणा-4 के सानिध्य में आयोजन किया। अभिनव सामायिक के इस कार्यक्रम में। 800 से भी अधिक सामायिक हुई। साधविश्री मलय विभाजी ने सर्वप्रथम त्रिपदी वंदना करवाई। तत्पश्चात सामूहिक रूप से प्रत्याख्यान के क्रम में जाप योग, ध्यान योग, स्वाध्याय योग त्रिपदी साधना आदि प्रयोगों से अभिनव सामायिक को पूर्ण रूप प्रदान किया। विले पारले युवक परिषद एवम महिला मंडल द्वारा मंगलाचरण किया गया।
अभिनव सामायिक में संभागी विशाल धर्म सभा को प्रेरणा प्रदान करते हुए साध्वी राकेश कुमार जी ने कहा- “अध्यात्म साधना का पहला सोपान है सामायिक।सामायिक विशिष्ट साधना है समता की।हम मन वचन और काया, तीनों के बत्तीस दोषों को टालकर हमें सामायिक करना चाहिए।जगपाल पांच वर्ष का सामायिक करने लगा, 84लाख वर्ष तक उसने सामायिक करके सबमें प्रथम श्रेणी में अग्रणी नाम उसका आता था,ऐसा भगवान ने कहा है।”
साध्वीश्री की प्रेरणा से 150 चंदनबाला तेले के पचखान भी हुए।
अभातेयुप के सहमंत्री भूपेश कोठारी ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
अध्यात्म साधना का पहला सोपान है सामायिक: साध्वी राकेश कुमारी जी
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