वाशी। अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के निर्देशन में तेरापंथ युवक परिषद वाशी के तत्वधान में साध्वी पंकजश्रीजी के सानिध्य में अभिनव सामायिक का कार्यक्रम आयोजित किया गया
कार्यक्रम की शुभारंभ साध्वी श्री जी द्वारा नमस्कार महामंत्र से किया।
साध्वी पंकजश्रीजी ने अभिनव की महत्व का वर्णन करते हुए फरमाया सामाजिक से यदि अक्षर सा निकाल दिया जाए तो पीछे मायिक शब्द रह जाता है मायिक एक शब्द है बोलना दूसरा अर्थ है मायाचाल आज लोगों को मायिक चाहिए और मायाचाल का जीवन समता की साधना नहीं कर सकते सामायिक का अर्थ है मन की शुद्धि राग द्वेष के क्लियर करना ही सामायिक है।
भगवान महावीर के 15 वें भव 16 वें भाव का वर्णन करते हुए कहा विश्वविभूति अपनी तपस्या को दाव पर लगा देता है और विश्वनंदी को मारने का संकल्प कर लेता है।
अभिनव सामायिक करने का फलदेश बताते हुए एक शुद्ध सामायिक करले मधुर गीतिका गाकर जन-जन के हृदय को संगीतमय और समतामय बना दिया।
साध्वी शारदाप्रभाजी ने अभिनव सामायिक कराई और आगम स्वाध्याय करते समय जीणॆसेठ 12 वें देवलोक के अनुबंध कराने दान भावना की शुद्धि सुपात्र दान देने की भावना पर विचार रखें साध्वी पंकज श्रीजी ने हाजिरी का वाचन किया आज्ञा व मर्यादा से जीवित जीने वाले ही मुनि गुरु की अरिहंत की आराधना करते हैं साध्वी ललिता श्रीजी और साध्वी शारदाप्रभाजी साध्वी सम्यक्तयशा जीने लेख पत्र का उच्चारण किया।
मंगलाचरण का कामोठे खारघर की बहनों ने किया सामायिक परिवार से बसंतीलालजी बाफना अमरचंदजी बरलोटा केसरीमलजी गादिया जसराजजी छाजेड़ बाबूलाल राका राजूजी कावड़िया पंकजजी चंडालिया वाशी ने गीतिका प्रस्तुति दी TPF मुंबई के अध्यक्ष तेजप्रकाश डांगी नेशनल आर्बिटर बलवंत जी चोरड़िया और उनकी टीम साध्वी श्री जी के दर्शन करने पहुंची अभिनव सामायिक की और टीपीएफ मंत्री दिलकुश जी मेहता ने अपने विचार रखे रंजीतजी खाँटेड और दिलखुशजी मेहता TPFके फेलो मेंबर बने
श्रावक निष्ठा पत्र का उच्चारण तेरापंथी सभा वाशी के अध्यक्ष विनोदजी बाफना ने किया।
कार्यक्रम का संचालन तेरापंथ युवक परिषद अध्यक्ष महावीर सोनी ने किया। यह जानकारी सभा मंत्री अर्जुन जी सोनी दी
वाशी में अभिनव सामायिक का आयोजन
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