न्यूयार्क: संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने सोमवार को कहा कि मानवीय संगठनों का वेश बदलकर आतंकी समूह काम कर रहे हैं ताकि उनपर प्रतिबंध लागू न हो सके।
I underlined #terrorist groups taking full advantage of humanitarian carve outs, making mockery of sanction regimes, including 1267 Sanctions. There are several cases of terrorist groups in our neighbourhood, rebranding themselves as humanitarian organizations to evade sanctions https://t.co/QT8Gzh1ffF
— Amb T S Tirumurti (@ambtstirumurti) February 7, 2022
अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर तिरुमूर्ति ने इस बात को रेखांकित करते हुए कहा, कि आतंकियों द्वारा मानवीय संगठनों की नीति का पूरा फायदा उठाया जा रहा है और लगाए गए प्रतिबंधों की खिल्ली उड़ा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘हमारे पड़ोस में आतंकी समूहों को कई मामले सामने आए हैं जो खुद को मानवीय संगठन बताते हैं ताकि प्रतिबंधों के नियम उनपर लागू न हों।’ उन्होंने जिक्र किया कि प्रतिबंधों को हमेशा अंतिम हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया जाना चाहिए। तिरुमूर्ति ने आगे कहा कि किसी भी फैसले को लेने से पहले सुरक्षा परिषद के लिए यह जरूरी है कि सभी अहम क्षेत्रीय देशों से संपर्क किया जाना चाहिए क्योंकि प्रतिबंधों का प्रभाव न केवल देा बल्कि इसके समूचे क्षेत्र पर होता है।
तिरुमूर्ति संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा आयोजित एक ओपन डिबेट में बोल रहे थे। यह डिबेट प्रतिबंधों से जुड़े सामान्य मुद्दों पर आयोजित किया गया था। उन्होंने कहा कि अनेकों आतंकी गुट मानवीयता की आड़ में फंड की उगाही करते हैं, आतंकियों को इकट्ठा करते हैं। संयुक्त राष्ट्र में बगैर नाम लिए ही भारत के स्थायी दूत टीएस तिरुमूर्ति ने आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘ हमारे पड़ोस में अनेकों आतंकी हमलेे हो रहे हैं। ‘