- रामराज्य उस दिन आएगा जब निषादराज और श्रीराम के वंशज करेंगे शासन
- लखीमपुर खीरी जांएगे संजय निषाद, बोले निषाद पार्टी ऐसे कुकृत्यों का नहीं करती समर्थन
प्रभुनाथ शुक्ला/भदोही। निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं विधान परिषद सदस्य संजय कुमार निषाद उत्तर प्रदेश में एक फिर भाजपा की सरकार बनने का दावा किया है। उन्होंने कहा भारतीय जनता पार्टी और निषाद पार्टी का आधिकारिक गठबंधन हो चुका है। विधानसभा चुनाव में 2022 में अगली सरकार बीजेपी और निषाद पार्टी के गठबंधन की बनेगी। असल मायने में रामराज्य उस दिन आएगा जब निषाद राज और श्रीराम के वंशज शासन करेंगे। उत्तरप्रदेश में सबसे ज्यादा सीटें जीतने वाला गठबंधन बनेगा।
जनपद मुख्यालय ज्ञानपुर स्थित पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में पत्रकारों से बातचीत करते हुए निषाद ने कहा कि पार्टी भदोही जिले की मछुवारा बाहुल्य सीटों पर अपने सिंबल पर चुनाव लड़ेगी। पार्टी ने 2017 विधानसभा चुनाव में अपने सिंबल पर ज्ञानपुर से अपना पहला विधायक विजय मिश्र को जीत दिलायी। डॉ निषाद ने बताया कि भाजपा और निषाद पार्टी की गठबंधन कि आधिकारिक घोषणा के बाद निषाद पार्टी का विजय रथ आगामी विधानसभा चुनाव के लिए प्रदेश की सभी 403 सीटों पर निकला जाएगा। प्रदेश की 160 मछुआ बाहुल्य सीटों पर भगवा लहरेगा। डॉ निषाद ने बताया कि श्रृंगवेरपुर में नत्थालाल केवट ने भगवान श्रीराम को पार उतारा था और निषाद राज ने अपनी सेना को भगवान श्रीराम को देकर लंका पर विजय पताका फहराई तब रामराज्य की स्थापना हुईं।
डॉ निषाद ने बताया कि बीजेपी से निषाद पार्टी सभी मुद्दे मछुवा आरक्षण, तालघाट बालू का मुद्दा, कार्यकर्ताओं पर दर्ज राजनैतिक मुकदमों की वापसी, विरांगना फूलन देवी की विरासत की सीबीआई जांच मामले पर सहमति बन गई है। उत्तरप्रदेश में मछुवारों के हक और अधिकार जबतक दिलवा नही देंगे तब तक शांति से नहीं बैठेंगे।असल मायनो में राम राज्य उस दिन आएगा जब निषाद राज और श्रीराम के वंशज शासन करेंगे।
निषाद ने सपा, बसपा, कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि सभी ने मछुआरा समाज को वोटबैंक तक सीमित रखा। डॉ निषाद ने लखीमपुर खीरी में हुई हृदय विदारक घटना पर दु:ख जताते हुए कहा कि निषाद पार्टी ऐसे किसी भी कुकृत्यों का समर्थन नही करती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले का स्वयं संज्ञान लिया है। आशीष मिश्रा को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। हमें लोकतंत्र और लोकतांत्रिक मूल्यों का सम्मान करना चाहिए। निषाद ने लखीमपुरखीरी की घटना में एक पत्रकार की हत्या किए जाने पर दु:ख जताते हुए कहा कि पत्रकार और किसान देश की रीढ़ है, अगर उनकी हत्या की जाएगी तो देश मे शांति का माहौल कैसे बनेगा। डॉ निषाद ने बताया कि वो जल्द ही लखीमपुरखीरी जाएंगे और पीड़ित परिवारों से मुलाकात करेंगे।