मेरठ:वर्ष 2017 में हारी हुई सीटों पर अब भाजपा ने फोकस किया है। इसी के तहत पश्चिम क्षेत्र के मुरादाबाद और मेरठ मंडल की पांच विधानसभा क्षेत्रों से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संदेश देकर चुनावी शंखनाद किया। मंगलवार और बुधवार को मुख्यमंत्री ने मुरादाबाद, बिजनौर, संभल, हापुड़ और अमरोहा के पांच विधानसभा क्षेत्रों में जाकर संदेश देने का काम किया।
लोगों से 2017 की तरह किसी प्रकार का चूक नहीं करने की अपील भी की। मंगलवार को ठाकुरद्वारा, बिजनौर, असमौली में सभा हुई। बुधवार को मुख्यमंत्री हापुड़ में धौलाना और अमरोहा पहुंचे। 2017 में इन सभी विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा की हार हुई थी। अब भाजपा हर हाल में इन सीटों को वापस चाहती है।
पश्चिम क्षेत्र के मेरठ, मुरादाबाद, सहारनपुर मंडल के 14 जिलों में 71 विधानसभा क्षेत्र है। 2017 के चुनाव में भाजपा 71 में से 52 सीटों पर कब्जा जमाया था। 19 सीटों पर भाजपा की हार हुई थी, बाद में मीरापुर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के विधायक अवतार सिंह भड़ाना ने इस्तीफे की घोषणा कर दी। भाजपा इस कारण इस सीट को खाली और कमजोर मान रही है।
अब भाजपा ने सबसे पहले 2017 की 19 और मीरापुर की सीट कुल 20 विधानसभा क्षेत्रों को पहले चरण में फोकस किया है। यही कारण है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन हारी हुई सीटों को विपक्ष से छीनने की रणनीति के तहत मंगलवार से चुनावी शंखनाद किया। मंगलवार और बुधवार को पांच सीटों पर जाकर संदेश दिया। अब अगला कार्यक्रम मेरठ, सहारनपुर और शामली जिले का है। मेरठ जिले में मेरठ शहर विधानसभा क्षेत्र और शामली में कैराना भी भाजपा की हारी हुई सीट है। सहारनपुर जिला भी भाजपा की लिस्ट में शामिल है। रणनीति है कि हारी हुई सीट पर सबसे पहले विपक्ष को चुनौती दी जाए।
ये हैं भाजपा वे सीटें जहां 2017 में मिली थी हार
मेरठ : मेरठ शहर
हापुड़ : धौलाना
सहारनपुर जिला : बेहट, सहारनपुर नगर, सहारनपुर देहात
शामली : कैराना
मुजफ्फरनगर : मीरापुर
मुरादाबाद : ठाकुरद्वारा, कुंदरकी, बिलारी, मुरादाबाद देहात
रामपुर : चमरौवा, रामपुर, स्वार
संभल : असमौली, संभल
अमरोहा : अमरोहा
बिजनौर : नजीबाबाद, नगीना, नुरपूर।