मुंबई। लोकल रेलसेवा आम लोगों के लिए बंद नहीं की जाने वाली है। इस बारे में राज्य सरकार का स्पष्टीकरण आ गया है। ऐसा कहा जा रहा था कि मिनी लॉकडाउन का तब तक असर नहीं होगा जब तक लोकल में भीड़ कायम रहेगी। इसे देखते हुए यह संभावना जताई गई थी मुंबई लोकल सेवा को एक बार फिर से सिर्फ अति आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को लिए ही सिर्फ शुरू रखा जाएगा और आम लोगों के लिए इसमें प्रवास करने में प्रतिबंध लगा दिया जाएगा। लेकिन आज (16 अप्रैल,शुक्रवार) सुबह राज्य सरकार ने इस मुद्दे पर सफाई दी है कि लोकल सेवा आम यात्रियों के लिए बंद नहीं की जाएगी। लेकिन यात्रियों को लोकल में यात्रा करने के लिए उचित कारण बताना होगा। अन्यथा कार्रवाई की जाएगी। यानी बिना सही वजह यात्रा पर ही सिर्फ बंदी होगी।
गुरुवार को पत्रकारों से बात करते हुए कैबिनट मंत्री विजय वडेट्टीवार ने कहा कि नियम तोड़ने पर और अनावश्यक रूप से भीड़ बढ़ाने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी और भीड़ कम नहीं हुई तो नियम और कड़े किए जाएंगे। जरूरत पड़ी तो पेट्रोल, किराना और सब्जी की दुकानें भी बंद की जा सकती है।
अब किराना, पेट्रोल, सब्जी मार्केट बंद होने की आशंका
गुरुवार से राज्य भर में धारा 144 (संचारबंदी) लागू की गई। लेकिन इसके बावजूद बाजारों में भीड़ कम नहीं हुई। राज्य सरकार शुक्रवार से नियमों को और कड़ाई से पालन करवाने की योजनाओं पर अमल करेगी। गुरुवार को पत्रकारों से बात करते हुए कैबिनट मंत्री विजय वडेट्टीवार ने कहा कि नियम तोड़ने पर और अनावश्यक रूप से भीड़ बढ़ाने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी और भीड़ कम नहीं हुई तो नियम और कड़े किए जाएंगे।
विजय वडेट्टीवार ने कहा कि जरूरत पड़ी तो पेट्रोल, किराना और सब्जी की दुकानें भी बंद की जा सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि पेट्रोल पंप बंद किया जाए संबंधित अधिकारियों के पत्र जिनके पास हों, केवल ऐसे अति आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को ही पेट्रोल उपलब्ध करवाए जाने के विकल्प पर विचार किया जा रहा है। विजय वडेट्टीवार ने कहा कि सब्जी-भाजी और किराने की दुकानों को बंद करने या खुले रहने की अवधि और छोटी की जा सकती है। अगर भीड़ इसी तरह बढ़ती रही तो नियम और कड़े किए जाने के सिवा और कोई उपाय नहीं रह जाएगा।
‘मिनी लॉकडाउन’ के पहले दिन भीड़ कायम रही
गुरुवार को राज्य भर में लगाए गए ‘मिनी लॉकडाउन’ का लोगों में कोई खास असर होता हुआ दिखाई नहीं दिया। राज्यभर के प्रमुख शहरों में लोगों की भीड़ पहले की तरह ही कायम रही। ज्यादातर दुकानें सुबह से खुली रहीं। जिन दुकानों के शटर बंद थे वे पिछले दरवाजे से खुली थीं। रास्तों पर फल, सब्जी विक्रेताओं की भीड़ भी पहले की तरह ही दिखाई दे रही थी। कहीं-कहीं अपवाद स्वरूप पुलिस दिखाई दे रही थी, वरना सख्ती से नियमों का पालन करवाने की कोशिशें कम ही दिखाई दे रही थीं।