नई दिल्ली। अशोक लेलैंड जो कि हिंदुजा ग्रुप की एक फ्लैगशिप कंपनी है, उसकी तरफ से बताया गया है कि इस व्हीकल को लॉकहिड मार्टिन और कंपनी के बीच हुए ट्रांसफर ऑफ टेक्नोलॉजी (टीओटी) के तहत ही डेवलप किया गया है। कंपनी ने पूरी तरह से इसे भारत में ही डेवलप किया है।
ट्रक बनाने वाली कंपनी अशोक लेलैड ने शुक्रवार को भारतीय वायुसेना (आईएएफ) को हल्के बुलेटप्रूफ व्हीकल्स सौंपे हैं। यह व्हीकल्स अमेरिकी फाइटर जेट बनाने वाली कंपनी लॉकहीड मार्टिन के साथ मिलकर तैयार किए गए हैं। इन मॉर्डन व्हीकल्स को 13 अप्रैल को डिलीवर किया गया है। इन लाइट बुलेट प्रूफ व्हीकल्स (एलबीपीवी) को लॉकहीड मार्टिन के कॉमन व्हीकल नेक्स्ट जेन (सीवीएनजी) को ध्यान में रखते हुए ही तैयार किया गया है।
हर तरह के स्तर पर कर सकेगा मूव
अशोक लेलैंड जो कि हिंदुजा ग्रुप की एक फ्लैगशिप कंपनी है, उसकी तरफ से बताया गया है कि इस व्हीकल को लॉकहिड मार्टिन और कंपनी के बीच हुए ट्रांसफर ऑफ टेक्नोलॉजी (टीओटी) के तहत ही डेवलप किया गया है। कंपनी ने पूरी तरह से इसे भारत में ही डेवलप किया है।
एलबीवीपी, कीचड़, रेत, पहाड़ और छिछले पानी में भी आसानी से मूव कर सकते हैं। इसके अलावा इसकी वजह से सेना की युद्धक क्षमताओं में इजाफा होगा।
इसमें मौजूद क्रू भी हर प्रकार के बैलेस्टिक और बम धमाकों के खतरे से पूरी तरह से सुरक्षित रहेगा। अशोक लेलैंड ने वायुसेना को इस व्हीकल की डिलीवर अपने लिए एक गौरवशाली पल के तौर पर करार दी है।
अमेरिकी कंपनी के साथ हुआ तैयार
अशोक लेलैंड के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ विपिन सोढी ने कहा कि जवानों और सैन्य साजो-सामान के लिए कंपनी 4×4 से लेकर 12×12 तक के व्हीकल्स तैयार कर सकती है।
उन्होंने जानकारी दी कि लॉकहीड मार्टिन के साथ उनकी साझेदारी साल 2014 में शुरू हुई थी जब अमेरिकी कंपनी ने अपना सीवीएनजी प्रोग्राम शुरू किया था। टीओटी के तहत कंपनी को उम्मीद है आने वाले समय में कई और प्रोडक्ट्स तैयार होंगे और उन्हें निर्यात भी किया जा सकेगा।
आतंकियों को पकड़ने में होगी आसानी
जो व्हीकल कंपनी ने तैयार किया है बताया जा रहा है कि उसका प्रयोग पैरामिलिट्री फोर्सेज नक्सली इलाकों जैसे छत्तीसगढ़, झारखंड के साथ ही आंतकवाद से प्रभावित जम्मू-कश्मीर में भी कर सकेंगे। इससे अर्धसैनिक बलों को सुरक्षा मिलेगी और वे दुश्मनों का सामना बिना जोखिम के कर सकेंगे।
आईएएफ ने एयरबेस की सुरक्षा के लिए 6 टन वाले बुलेट प्रूफ व्हीकल्स को खरीदा है। ये व्हीकल्स जहां किसी भी तरह के बम हमलों से सुरक्षित रहते हैं तो वहीं आईएएफ के गरुड़ कमांडो टीम के छह सदस्य इसमें समा सकते हैं।माना जा रहा है कि इसकी मदद से आतंकी पठानकोट जैसा आतंकी हमला नहीं दोहरा पाएंगे।