नई दिल्ली। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने बताया है कि ताजे पश्चिमी विक्षोभ के कारण पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों में 10 अप्रैल से छिटपुट बारिश हो सकती है। 11 और 12 अप्रैल के बीच जम्मू, कश्मीर, लद्दाख, गिलगिट, बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में कुछ जगहों पर हल्की बारिश या बर्फबारी हो सकती है। दो लगातार पश्चिमी विक्षोभ के कारण इन इलाकों में 4 से 8 अप्रैल के बीच बारिश हुई।
पश्चिमी विक्षोभ के कारण पहाड़ी क्षेत्रों के अलावा मैदानी इलाकों में भी हल्की बारिश की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक, एक चक्रवातीय सर्कुलेशन पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के आसपास बना हुआ है। साथ ही एक ट्रफ (कम दबाव के इलाके) चक्रवातीय सर्कुलेशन के जरिए मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की तरफ जा रहा है। इसके कारण गुरुवार को कुछ जगहों पर बारिश भी हुई। ये ट्रफ अगले 3-4 दिनों में दक्षिण-पश्चिम की तरफ बढ़ जाएगा।
मौसम विभाग ने बताया कि पूर्वी इलाकों में कुछ जगहों पर अगले कुछ दिनों में तेज हवाएं और बिजली कड़क सकती है। पश्चिम बंगाल और ओडिशा में 9-10 अप्रैल को ओलावृष्टि हो सकती है। बंगाल की खाड़ी से नमी की वजह से अगले 3-4 दिनों में ओडिशा, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और झारखंड में बादल गरजने के साथ छिटपुट बारिश हो सकती है। साथ ही इन राज्यों में 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाओं के चलने की संभावना है।
अनुमान के मुताबिक, अगले 5 दिनों में मध्य महाराष्ट्र के मराठवाड़ा, विदर्भ और छत्तीसगढ़ में बादल गरजने के साथ तेज हवाएं (30-40 किलोमीटर प्रति घंटे) बहने की संभावना है। 11 और 12 अप्रैल को महाराष्ट्र में ये गतिविधि ज्यादा दिख सकती है. वहीं 10 और 11 अप्रैल को विदर्भ और छत्तीसगढ़ में कुछ जगहों पर ओलावृष्टि की भी संभावना है।
आईएमडी के अनुमानों के अनुसार, 9-15 अप्रैल के बीच उत्तर-पूर्वी राज्यों, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी बारिश भी हो सकती है. मौसम विभाग ने लोगों को बारिश से सतर्क रहने की चेतावनी दी है। वहीं इस दौरान पूरे देश में तापमान सामान्य से ज्यादा रह सकता है। दक्षिण भारत में भी कुछ जगहों जैसे केरल और माहे में बारिश हो सकती है।