असम विधानसभा 2021 चुनाव में 126 सीटें हैं और यहां तीन चरणों में मतदान हो रहा है। दो मई को चुनाव परिणाम घोषित किए जाएंगे।
असम। असम विधानसभा चुनाव के लिए जमकर प्रचार किया गया। प्रदेश में तीसरे व अंतिम चरण का प्रचार आज शाम को समाप्त हो गया। इस दौरान बीजेपी और कांग्रेस गठबंधन ने रविवार को बड़े पैमाने पर प्रचार किया ताकि अधिकतम मतदाताओं तक पहुंच बनाई जा सके। एनडीए के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तीन चुनावी रैलियां करने वाले थे, लेकिन उन्हें छत्तीसगढ़ में हुए नक्सली हमले की वजह से बीच में ही दिल्ली प्रचार रोककर दिल्ली आना पड़ा. वहीं, मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल को छह रैलियां कीं। असम में अंतिम चरण के चुनाव में कुल 337 उम्मीदवार मैदान में हैं।
राज्य में चुनाव प्रचार कर रहे बीजेपी नेताओं ने दावा किया कि वे पहले दो चरणों में सरकार बनाने के लिए जादुई संख्या तक पहुंच गए और अंतिम चरण में मतदान के साथ वे असम में प्रचंड बहुमत से सरकार बनाएंगे। वहीं, महाजोट ने भी चुनाव प्रचार के अंतिम दिन अपने प्रयास तेज किए। ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के प्रमुख बदरुद्दीन अजमल के बेटे अब्दुर रहीम ने दावा किया कि राज्य में अगली सरकार “दधी, टोपी, लुंगीवाला” लोगों द्वारा बनाई जाएगी।
पिछले चुनाव के आंकड़े और मतदान प्रतिशत यह बताता है कि बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए और कांग्रेस के नेतृत्व वाले महाजोत के बीच कड़ा मुकाबला है क्योंकि 2016 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और एआईयूडीएफ अलग-अलग लड़े थे, जिसमें कांग्रेस को 30.9 फीसदी, AIUDF को 13 फीसदी वोट मिले. वहीं, बीजेपी को 29.5 फीसदी और उसके सहयोगी दल AGP को 8.1 फीसदी और BPF को 3.9 फीसदी वोट मिले थे।
असम में विधानसभा की 126 सीटें
असम विधानसभा में 126 सीटें हैं और यहां तीन चरणों में मतदान हो रहा है। दो मई को चुनाव परिणाम घोषित किए जाएंगे। पहले चरण में 12 जिलों की 47 विधानसभा सीटों में वोट डाले गए हैं. पहले चरण की अधिसूचना दो मार्च को जारी की गई, 27 मार्च को मतदान हुआ और दो मई को नतीजे आएंगे। 13 जिलों की 39 विधानसभा सीटों का चुनाव दूसरे चरण में हुआ। दूसरे चरण की अधिसूचना पांच मार्च को जारी हुई थी, एक अप्रैल को मतदान हुआ और दो मई को नतीजे आएंगे। तीसरे चरण में 12 जिलों की 40 विधानसभा सीटों के लिए छह अप्रैल को मतदान होगा। इस चरण की अधिसूचना 12 मार्च को जारी हुई थी।