लखनऊ:यूपी में आम आदमी पार्टी और राज्य सरकार के बीच रार बढ़ती जा रही है। मंगलवार को राज्य सरकार ने जाति आधारित सर्वे करवाने वाले संगठन के खिलाफ एफआरआर की थी। बुधवार को आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी व राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने इसकी जिम्मेदारी लेते हुआ दावा किया कि सर्वे में यूपी के 63 फीसदी लोगों ने माना है कि यहां की सरकार जातिवादी है।
उन्होंने कहा कि जो मैं कह रहा था वही यहां की जनता ने कहा है। इसकी जांच में जनता का पैसा बर्बाद मत कीजिए जो पूछना है मुझसे पूछिए। संजय सिंह लगातार राज्य सरकार पर हमला बोल रहे हैं और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में बिना उनका नाम लिए हुए उन्हें नमूना बोला।
संजय सिंह ने कहा कि सर्वे पूरा भी नहीं हुआ कि उसे बंद करा दिया गया। सभी सामान जब्त कर लिया। यदि सरकार जातिवादी नहीं है तो सर्वे बंद क्यों करवाया? भाजपा विधायकों ने भी सरकार को जातिवादी बताया हैं। सर्वे से इन आरोपों की सच्चाई सामने आ जाती। उन्होंने कहा कि यूपी में हत्या करना अपराध नहीं है, लेकिन सर्वे करवाना अपराध है। मेरे खिलाफ एक और मुकदमा हो गया। जब सरकार ने मेरी बात का कोई जवाब नहीं दिया तो मैंने सर्वे करवाने की सोची।
उन्होंने दावा किया कि पिछले दो दिनों में लाखों लोगों को कॉल किए गए। सरकार चाहे तो मुझे गिरफ्तार कर ले लेकिन मैं सच का साथ कभी नहीं छोडूंगा।