नकारात्मकता खत्म करने के लिए घर में मंदिर बनाने की परंपरा पुराने समय से चली आ रही है। मंदिर में रोज सुबह-शाम दीपक जलाना चाहिए। उज्जैन के इंद्रेश्वर महादेव मंदिर के पुजारी और ज्योतिर्विद पं. सुनील नागर के अनुसार मंदिर में भगवान की मूर्तियां रखते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए।
घर में कितना बड़ा शिवलिंग रख सकते हैं
घर में ज्यादा बड़ा शिवलिंग रखने से बचना चाहिए। शिवलिंग बहुत संवेदनशील होता है। छोटे से शिवलिंग की पूजा से भी अक्षय पुण्य मिलता है। ज्यादा बड़ा शिवलिंग रखने से उसकी अत्यधिक ऊर्जा घर पर बुरा असर डाल सकती है। इसीलिए हमारे अंगूठे के पहले भाग से ज्यादा बड़ा शिवलिंग घर में नहीं रखना चाहिए। ध्यान रखें अगर घर में शिवलिंग रखा है तो रोज तांबे के लोटे से जल जरूर चढ़ाएं।
गणेशजी की मूर्तियों की संख्या सम होनी चाहिए
घर के मंदिर में गणेशजी की एक से अधिक मूर्तियां रखना चाहते हैं तो ध्यान रखें कि मंदिर में गणेशजी की मूर्तियों की संख्या विषम यानी 1, 3, 5 नहीं होनी चाहिए। गणेशजी की मूर्तियों की संख्या सम यानी 2, 4, 6 होनी चाहिए।
मंदिर में एक ही शंख रखें
भगवान विष्णु और उनके अवतारों की पूजा में शंख का उपयोग विशेष रूप से होता है, लेकिन शिवजी की पूजा में शंख नहीं रखना चाहिए। घर के मंदिर में एक ही शंख रखें। एक से अधिक शंख मंदिर में रखना शुभ नहीं माना जाता है। साथ ही, इस बात का भी ध्यान रखें कि शंख से शिवलिंग पर जल न चढ़ाएं।
खंडित और टूटी मूर्तियां मंदिर में न रखें
मंदिर में कभी भी खंडित और टूटी मूर्तियां नहीं रखनी चाहिए। खंडित मूर्ति की पूजा करने से एकाग्रता नहीं बन पाती है और पूजा का पूरा फल नहीं मिलता है। ध्यान रखें शिवलिंग को निराकार माना गया है, इस वजह खंडित शिवलंग भी पूजनीय होता है। अन्य देवी-देवताओं की खंडित मूर्तियां पूजा के लिए शुभ नहीं मानी गई हैं। पूजा करते समय दीपक जलते रहना चाहिए। अगर दीपक बुझ जाता है तो उसे तुरंत जला देना चाहिए।