सावन मास में पड़ने वाली मासिक शिवरात्रि सोमवार को है। यह दिन भोलेनाथ को प्रसन्न करने का सबसे अच्छा दिन माना जाता है। इस दिन सच्चे मन से भगवान शिव की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। साथ ही शिवलिंग पर जल और ऊं नम: शिवाय मंत्र का जाप करना शुभ माना जाता है।
शिव मंत्रों के जाप से मिलती है शांति-
सावन मास की शिवरात्रि की पूजा के मौके पर भक्त भगवान शिव की पूजा करते वक्त विशेष मंत्रों का जाप करते हैं। माना जाता है कि इन मंत्रों से मन की शुद्धि, अकाल से रक्षा, स्वास्थ्य और शांतिपूर्ण जीवन का वरदान मिलता है। सभी शक्तिशाली मंत्रों के पीछे भगवान शिव की शक्ति होती है।
भगवान शिव को अमरत्व का देवता भी माना जाता है। भगवान शिव के इन मंत्रों में विशेष दैवीय शक्तियां होती हैं। साथ ही भगवान शिव के मंत्रों के जाप से मनुष्य का मन अध्यात्म की ओर जाता है और अलौकिक शांति की अनुभूति कराता है।
महाशिवरात्रि पर पढ़ें कुछ मंत्र-
1- भय भगाने के का मंत्र-
ॐ नमः शिवाय
2- भगवान शिव की कृपा पाने के लिए रुद्र मंत्र-
ॐ नमो भगवते रुद्राय
3- शिव ध्यान मंत्र-
ॐ तत्पुरुषाय विदमहे विदमहे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्राह प्रचोदयात
4- असमय मृत्यु और दुर्घटना को रोकने के लिए महामृत्युंजय मंत्र-
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
ध्यान दें- इस आलेख में दी गई जानकारियां धार्मिक आस्थाओं और लौकिक मान्यताओं पर आधारित हैं, जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।