इस्लामाबाद:भारत ने मुंबई में जिन्ना हाऊस के स्वामित्व पर पाकिस्तान के दावे को गुरुवार दृढ़ता से खारिज कर दिया। साथ ही कहा कि यह भारत की संपत्ति है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि जहां तक इस संपत्ति की बात है तो पाकिस्तान का कोई पक्ष ही नहीं बनता है। यह भारत सरकार की संपत्ति है और हम उसके सौंदर्यीकरण में जुटे हैं। मुंबई के मालाबार हिल में स्थित इस बंगले का डिजायन वास्तुशिल्प क्लाउड बाटली ने यूरोपीय शैली में तैयार किया था और उसमें पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना 1930 के दशक के उत्तरार्द्ध तक रहे थे। इस बंगले का मुंह समुद्र की ओर है। इससे पहले पाकिस्तान ने कहा था कि जिन्ना हाउस उसका है और भारत द्वारा उसे अपने नियंत्रण में लेने की किसी भी कोशिश को स्वीकार नहीं किया जाएगा। साथ ही पाकिस्तान मांग करता रहा है कि यह संपत्ति उसके मुंबई वाणिज्य दूतावास के लिए उसे दे दी जाए।
हैदराबाद हाउस की तर्ज पर विकसित होगा
कुमार ने कहा कि सरकार जिन्ना हाऊस को यहां के हैदराबाद हाऊस की तर्ज पर उपयोग में लाने पर विचार कर रही है। सरकार हैदराबाद हाऊस का इस्तेमाल विदेशों के विशिष्ट मेहमानों के साथ बैठक करने और उनकी मेजबानी के लिए करती है।कुछ दिन पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा था कि उनका मंत्रालय इस बंगले को अपने नाम कराने की प्रक्रिया में जुटा है।
इमरान ने फिर कश्मीर राग अलापा
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर कश्मीर राग अलापा है। इसके साथ ही इमरान ने गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस से फोन कर अपील की कि कश्मीर में कथित मानवाधिकार उल्लंघनों का संज्ञान लें।
गुतारेस से टेलीफोन पर हुई बातचीत में खान ने इन उल्लंघनों को खत्म किए जाने में संयुक्त राष्ट्र की भूमिका को चिह्नित किया। कश्मीर के पुलवामा में सात नागरिकों की हत्या की निंदा करने और मामले को संयुक्त राष्ट्र में उठाने की चेतावनी देने के कुछ दिनों बाद खान ने संयुक्त राष्ट्र प्रमुख को फोन किया। इससे अलग संघीय कैबिनेट ने अपनी बैठक में कश्मीर में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की निंदा की। सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि कैबिनेट की बैठक इस्लामाबाद में हुई जिसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री खान ने की।
पुलवामा मामले में भारत ने पाक को चेताया
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सात भारतीय नागरिकों की मौत के मामले में की गई टिप्पणी पर भारत ने पाक को चेतावनी दी। साथ ही भारत ने कहा कि पड़ोसी देश में हस्तक्षेप करने के बजाए इस्लामाबाद अपने मामलों पर ध्यान दे जहां अव्यवस्था की स्थिति है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने खान की टिप्पणी के संदर्भ में पूछे जाने पर कहा कि मुझे लगता है कि बेहतर यह होगा कि वे अपने काम पर ध्यान लगाएं और अव्यवस्थित चल रहे आंतरिक मामलों को सुलझाएं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने अपनी जमीन पर गतिविधियां चला रहे आतंकी समूहों के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया है और उनकी तरफ से आ रहे बयान उसकी उच्श्रृंख्लता और दोहरेपन को प्रदर्शित करता है। इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख एंटोनियो गुतारेस को फोन कर पुलवामा में सात लोगों के मारे जाने की घटना को मानवाधिकार का मामला बताया था। साथ ही इसका संज्ञान लेने को कहा था।
भारत ने जिन्ना हाऊस पर पाकिस्तान के दावे को नकारा, पुलवामा मामले पर चेताया
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