नई दिल्ली:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिटिश राज में प्रथम स्वतंत्रता संग्राम से भी पहले आजादी की चिंगारी भड़काने वाले ‘पाइक विद्रोह’ के 200 वर्ष पूरे होने के मौके पर आगामी सोमवार को ओडिशा में एक स्मारक सिक्का तथा डाक टिकट जारी करेंगे।
प्रधानमंत्री 1817 के इस विद्रोह की स्मृति में उत्कल विश्वविद्यालय में एक पीठ की स्थापना करेंगे, जिसकी संचित राशि करोड़ रुपये होगी। उसी दिन वह भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान भुवनेश्वर के नए परिसर का भी उद्घाटन करेंगे।
केंद्रीय संस्कृति मंत्री महेश शर्मा और पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में बताया कि मोदी आगामी 24 दिसम्बर को ओडिशा की एक दिन की यात्रा पर जाएंगे और 1450 करोड़ रुपये की लागत से विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास या उनकी आधारशिला रखेंगे।
उन्होंने बताया कि स्वतंत्रता सेनानी बख्शी जगबंधु के नेतृत्व में 1817 में खुर्दा में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ आजादी की पहली चिंगारी भड़की थी। ओडिशा में इस विद्रोह को आजादी के पहले स्वतंत्रता संग्राम का दर्जा दिया जाता है। पाइक समुदाय ने भगवान जगन्नाथ को उड़िया एकता का प्रतीक मानकर बख्शी जगबन्धु के नेतृत्व में 1817 में यह विद्रोह शुरू किया था।