मुंबई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 1 अगस्त को पुणे में आयोजित एक कार्यक्रम में लोकमान्य तिलक पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने स्पष्ट किया है कि इस कार्यक्रम में राकां अध्यक्ष शरद पवार भाग लेंगे या नहीं, यह फैसला पवार और उनकी पार्टी को लेना है। लेकिन अगर शरद पवार इस कार्यक्रम में जा रहे हैं, तो उम्मीद है कि वे अपने शिष्य का कान खोल कर उनका सामना सच से करवाएंगे। यह अपेक्षा महाराष्ट्र कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता अतुल लोंढे ने व्यक्त की है।
जब पूरे देश में बीजेपी और नरेंद्र मोदी के खिलाफ ‘इंडिया’ नामक गठबंधन बन गया है तो इसमें शामिल दलों के बीच इस सवाल पर चर्चा हो रही है कि क्या शरद पवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में शामिल होना चाहिए या नहीं।इस पर बोलते हुए कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता अतुल लोंढे ने कहा कि लोग चाहते हैं कि शरद पवार उस व्यक्ति के कार्यक्रम में शामिल न हों, जिनकी वजह से देश के लोकतंत्र, संविधान, शिव, शाहू, फुले, आंबेडकर को खतरा पहुंचा है । एक बार पुणे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि शरद पवार उनके गुरु हैं, वे उनकी उंगली पकड़कर राजनीति में आए थे।ऐसे में गुरु शरद पवार को अपने शिष्य नरेंद्र मोदी को इस बार यह बताना चाहिए कि वह जो कर रहे हैं वह लोकमान्य तिलक की विचारधारा के खिलाफ है। यह हम सबकी अपेक्षा है।
पुणे में मोदी के कार्यक्रम में जाएं या नहीं, यह फैसला पवार को लेना हैः नाना पटोले
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