भायंदर। युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमणजी की विदुषी शिष्या शासन श्री साध्वी श्री विद्यावतीजी ‘द्वितीय’ के सान्निध्य में पर्युषण पर्व के अंतर्गत अणुव्रत चेतना दिवस मनाया गया। तेरापंथ कन्या मंडल ने मंगलाचरण प्रस्तुत किया। साध्वी श्री ऋमृद्धियशाजी ने कहा- अणुव्रत आंदोलन चारित्रिक उत्थान पर बल देता है। व्रत से संकल्प शक्ति प्रबल होती है। साध्वी श्री प्रियंवदाजी ने अणुव्रत पर विचार व्यक्त किये।
साध्वी श्री विद्यावतीजी ने कहा- अणुव्रतों के द्वारा जीवन को व्यसन मुक्त बनाया जा सकता है। प्रामाणिक एवं नैतिक मार्ग पर अग्रसर होने के लिए अणुव्रत एक उत्तम अवदान है। अगर श्रावक बारह व्रत धारण करता है तो भव भ्रमण सीमित कर लेता है। छतरजी खटेड ने धर्म क्यों करना चाहिए इस विषय पर विचार व्यक्त किये। गायिका अरुणा भंसाली ने सुमधुर गीत का संगान किया। साध्वी श्री प्रेरणाश्रीजी एवं साध्वी श्री मृदुयशाजी ने अणुव्रत पर गीत प्रस्तुत किया। मुंबई तेरापंथ महिला मंडल की परामर्शक एंव जैन विद्या परीक्षा सहसंयोजिका श्रीमती प्रेमलता सिसोदिया ने जैन विद्या के बारे मे एंव अणुव्रत के बारे मे अपने विचार व्यक्त किये। साध्वी श्रीजी ने बारह व्रतों को धारण करने की प्रेरणा देते हुए श्रावकत्व से अवगत कराया। तेरापंथ कन्या मंडल की प्राची दुगड़ एवं तेजी गोठी ने प्रारंभिक कार्यक्रम का संचालन किया एवं शेष कार्यक्रम का संचालन साध्वी श्री प्रियंचदाजी ने कुशलता पूर्वक किया। अंत में तपस्वियों’ को त्याग प्रत्याख्यान भी करवाये गये | समाचार साभार अभातेयुप जैन तेरापंथ न्यूज भायंदर से पारस कच्छारा
भायंदरः चारित्रिक उत्थान पर बल देता है अणुव्रतः साध्वी श्री विद्यावतीजी ‘द्वितीय’
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