पालघर। आचार्य श्री महाश्रमण जी के आध्यात्मिक निर्देशन में उपासक प्राध्यापक श्री. डालमचंद जी नौलखा, उपासक श्री. महावीर जी चोरडिया के सान्निध्य में पर्युषण पर्व का तीसरा दिन अभिनव सामायिक दिवस के रूप में मनाया गया।
इस अवसर पर उपासक प्राध्यापक श्री. डालमचंद जी नौलखा ने कहा जैन धर्म वितराग विज्ञान है, इसलिए जरूरी है समता की साधना समता का प्रायोगिक रूप सामायिक है। चैतन्य के साथ 48 मिनट तक की जाने वाली पिकनिक सामायिक है। सामायिक सवंर व शोधन की संयुक्त प्रतिक्रिया है। उपासक श्री. महावीर जी चोरडिया ने अभिनव सामायिक के प्रयोग करवाए।
अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के निर्देशानुसार पालघर तेयुप द्वारा सुबह 9 से 10 बजे तक अभिनव सामायिक में 111 श्रावक श्राविकाओं ने अभिनव सामायिक का रसास्वादन किया। सभा अध्यक्ष देविलाल जी सिंघवी, मंत्री हितेश बदामिया, महिला मंडल अध्यक्ष्या अनोखा बाई बदामिया, मंत्री संगीता चपलोत, अणुव्रत समिति अध्यक्ष्या रेणुका बाफना, मंत्री पारस सिंघवी की विशेष उपस्थिति रही। तेयुप अध्यक्ष कांती परमार के साथ पूरी तेयुप टीम सक्रिय रही।
समाचार प्रदाता दिनेश राठोड़।