सिलीगुड़ी। अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के निर्देशानुसार तेरापंथ युवक परिषद सिलीगुड़ी द्वारा जैनों के प्रमुख पर्व पर्युषण महापर्व के तीसरे दिन अभिनव सामायिक का पालन किया गया,
कार्यक्रम का प्रारंभ मुमुक्षु मीनल, मुमुक्षु राहत, मुमुक्षु प्रेक्षा, मुमुक्षु वीनू (मुमुक्षु बहनों) द्वारा नवकार महामंत्र के साथ किया। गया, तदपश्चातअभिनव सामयिक का प्रयोग बहुत ही सुमधुरता से करवाया गया ओर अभिनव सामयिक का तात्पर्य बताया गया।
सामायिक को समता की साधना और आत्मा को निर्मल करने का महत्वपूर्ण उपक्रम है,सामायिक में व्यक्ति 48 मिनट के लिए सारे सांसारिक कार्यो का त्याग करके आध्यात्म साधना में लीन हो जाता है,समय निकालकर रोज सामयिक करने की प्रेरणा प्रदान की एवं उन्हीने कहा कि शनिवार की सामयिक सभी जरूर करे।
तत्पश्चात एक बाउल में कुछ लिखा हुआ कागज रखा हुआ था अभिनव सामयिक के ऊपर वह सभी भाई बहनो को एक एक करके उठाने बोले ओर जिनका जो आया उनको वह करना है जैसे अभिनव सामयिक क्या है,किसीके पेपर में निकला 5 समाई करनी है इसी तरह छोटे छोटे संकल्पों के माध्यम से प्रेरणा दी गई।
मुमुक्षु बहनों के पावन सान्निध्य में लगभग 298 समाई हुई,तेरापंथ युवक परिषद के अथक परिश्रम से कार्यक्रम सफलतम हुआ
अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद की लगभग 355 शाखाएं पूरे देश मे प्रति वर्ष पर्युषण महापर्व के दौरान अभिनव सामायिक का आयोजन करवाती है।जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा, तेरापंथ महिला मंडल,तेरापंथ युवक परिषद् तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम, अणुव्रत समीति, तथा तेरापंथ ट्रस्ट के पदाधिकारी एवं सदस्य गण की गणवेश में अच्छी उपस्थिति रहीं। सभी के सहयोग से कार्यक्रम सफलतम हुआ।
समाचार प्रदाता: शशिकला बैद
समता की साधना का अनूठा प्रयोग-अभिनव सामायिक
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