वाशी। पर्युषण महापर्व के उपलक्ष में दूसरा दिन स्वाध्याय दिवस के रूप में गुजरात भवन वाशी में रखा गया कार्यक्रम का शुभारंभ नमस्कार महामंत्र से किया गया। मंगलाचरण महिला मंडल नववधू ग्रुप वाशी से किया गया।
महापर्व पर्युषण के स्वाध्याय दिवस का महत्व बताते हुए साध्वी पंकजश्रीजी ने कहा भगवान महावीर ने स्वाध्याय के पांच प्रकार बताएं उसमें से दो बहुत ही महत्वपूर्ण है अनुप्रेक्षा और धर्मकथा अनुप्रेक्षा करो चिंतन मनन करो और अर्थ की खोज करो जयाचार्य आगमों का बहुत स्वाध्याय करते थे साथ में पंकजश्रीजी ने स्वाध्याय कि बहुत रोचक घटना सुनाई। साध्वी शारदाप्रभाजी ने कहा है। अध्ययन करना स्वयं को देखना ही स्वाध्याय है स्वाध्याय आंतरिक ताप है साध्वी ललिताश्रीजी साध्वी ने भगवान महावीर के जीवन की गीतिकाओ मैं अपने स्वर दिए कार्यक्रम का संचालन
रणजीतजी खाडेड ने किया यह जानकारी तेरापंथ युवक परिषद अध्यक्ष महावीर सोनी ने दी।
वाशी में स्वाध्याय दिवस कार्यक्रम मनाया
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