मुंबई। आचार्य श्री महाश्रमण जी की विदुषी सुशिष्या साध्वी श्री निर्वाण श्री जी के पावन सान्निध्य में महापर्व पर्युषण नित नए शिखर पर है। प्रातः विशेष दिवस के साथ तीर्थंकर चरित्र का रोचक वह रोमांचक व्याख्यान चलता है। मध्यान्ह में ‘भावना प्रबंध’ से अनित्य आदि भावनाएं तथा बारह व्रत का सुंदर क्रम चालू है। रात्रि में ‘Knowledge Bank’ से पूर्व सामूहिक प्रतिक्रमण व बाद में अत्यंत प्रेरक कार्यक्रम चलता है। दिनांक 24 अगस्त को रात्रि में “पर्युषण में कैसे करें -प्रतिक्रमण” का मर्म स्पर्शी विवेचन हुआ। प्रबुद्ध साध्वी श्री डॉ योगक्षेम प्रभा जी ने सारगर्भित प्रवचन से प्रतिक्रमण की सूक्ष्म अवगति दी।विदुषी साध्वी श्री निर्वाण श्री जी ने प्रतिक्रमण की उपदेयता का मर्मस्पर्शी चित्रण किया। साध्वी मुदितप्रभा जी ने मधुर गीत का संगान किया।स्थानीय कन्या मंडल ने मंगलाचरण व संयोजिका नीतू नाहटा ने मंच संचालन किया।
स्वाध्याय दिवस का प्रारंभ मंगल संगान से मलाड की कन्याओं एवं महिला मंडल ने किया। साध्वी कुंदनयशा जी ने स्वाध्याय की अभिव्यक्ति दी। साध्वी मधुर प्रभा जी ने स्वाध्याय गीत की स्वरमयी प्रस्तुति दी।
साध्वी श्री डॉ योगक्षेम प्रभा जी ने तीर्थंकर ऋषभ की “पूर्व जन्म की गाथा” की रोचक व प्रेरक प्रस्तुति दी। विदुषी साध्वी निर्वाण श्री ने भगवान महावीर की “कथा पूर्व जन्म की ” के अंतर्गत “मरीचि से विश्वभूति ” तक की रोचक प्रस्तुति दी। मंच संचालन मलाड तेयुप अध्यक्ष मनोज लोढा ने किया। इस अवसर पर अभातेयुप के भूपेश जी कोठारी आदि के साथ मलाड व कांदिवली तेयुप ने MBDD के बैनर का अनावरण किया।तेज प्रकाश जी डांगी ने TPF मुंबई की ओर से शुभकामनाएं दी।
“प्रतिक्रमण आत्म शुद्धि की प्रक्रिया है, स्वाध्याय आत्मरमण का माध्यम है” – साध्वी निर्वाण श्री
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