वसई। तेरापंथ भवन वसई मे युग प्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी की विदुषी सुशिष्या साध्वी श्री प्रज्ञाश्री जी के पावन सान्निध्य में पर्युषण महापर्व का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत साध्वी प्रतिकप्रभा जी के द्वारा महावीर स्तुति से की गई तत्पश्चात साध्वी श्री जी ने आगम वाणी का वाचन किया। तेरापंथ महिला मंडल वसई के द्वारा पर्यूषण पर्व की शुरुआत पर मंगलाचरण की विशेष प्रस्तुति दी गई।
साथ ही साध्वी सरलप्रभा जी ने पर्युषण पर्व के प्रथम दिवस खाद्य संयम दिवस पर विशेष जोर देते हुए आहार के तीन प्रकार बताएं – ओज आहार, रोम आहार एवं कवल आहार। खाद्य संयम दिवस पर खाद्य संबंधी विशेष जानकारी प्रदान की, भोजन कैसे करें और किन किन बातों का ध्यान रखें इस जानकारी के साथ ही आहार संयम पर विशेष ध्यान रखने पर जोर दिया। साध्वी विनयप्रभा जी एवं साध्वी प्रतीकप्रभा जी ने भगवान अरिष्ठनेमी के भवो में एक भव का वाचन किया। साध्वी प्रज्ञाश्री जी ने अपने प्रेरणा पाथेय में सर्वप्रथम गणाधिपति तुलसी के द्वारा रचित गीतिका का अन्य साध्वी वृंद के साथ सामूहिक संगान किया।
साध्वी श्री जी ने वर्ष की तुलना पुरुष से करते हुए बताया कि पुरुष का अष्टांग बाकी के आठों महीने हैं , मगर उसकी पोशाक चतुर्मास है और उसके आभूषण पर्यूषण है। किसी पुरुष को अगर सुंदर दिखना है तो वह उसके आभूषण और पोशाक से चमकता है अर्थात चातुर्मास में धर्म आराधना के साथ ही अगर पर्यूषण में उस पर विशेष जोर दें तो व्यक्ति की आत्मा सज्जित होती है, चमक उठती हैं।
<span;>साध्वी श्री जी ने भगवान महावीर के 27 भवो मे प्रथम 3 भवो का वाचन किया तथा बताया कि पर्युषण आत्म परीक्षण का पर्व है और इसमें सहिष्णुता, समता, धेर्यता और क्षमता इन गुणों का प्रगटीकरण हो जाता है। साध्वी प्रज्ञाश्री जी में सभी उपस्थित तपस्वियों को उनके तप का पचक्खान करवाया तथा सभी को चंदनबाला के तेले और आगे की तपस्या हेतु प्रेरित किया एवं इसी के साथ ही उन्होंने पर्युषण के 9 नियम पालने की प्रेरणा प्रदान की। वसई, नालासोपारा एवं विरार से बड़ी संख्या में धर्मानुरागी भाइयों बहनों की उपस्थिति रही |लगभग 300 सदस्यों की सराहनीय उपस्थिति रही । तेरापंथ युवक परिषद अध्यक्ष कमलेश जी लोढा के द्वारा विभिन्न सूचना प्रेषित की गई। साध्वी प्रज्ञाश्री के मंगल पाठ के साथ ही प्रथम दिवस के प्रातः कालीन कार्यक्रम का समापन हुआ। कार्यक्रम अपने नियत समय 8:30 से 10:30 तक अनवरत चला।
वसई में महापर्व पर्युषण का शुभारंभ, पहले दिन खाद्य संयम दिवस का आयोजन
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