ठाणे। रविवारीय विशेष कार्यक्रम के तहत ठाणे के तेरापंथ भवन में उवासग्गहरम स्तोत्र अनुष्ठान का भव्य आयोजन हुआ। आचार्य श्री महाश्रमणजी की विदुषी शिष्या शासन श्री साध्वीश्री जिनरेखाजी एवं साध्वीवृन्द के सानिध्य प्रेरणा एवं प्रबल परिश्रम से तेरापंथ सभा ठाणे द्वारा आयोजित अनुष्ठान आज 21 अगस्त, रविवार,सुबह 9 बजे से 11 बजे तक सानंद सम्पन्न हुआ। प्रभु पार्श्वनाथ स्तुति,उवासग्गहरम स्तोत्र, बीज मंत्र तथा अनेक शक्तिशाली मंत्रो का स्पष्ट उच्चारण साध्वीश्रीजी के साथ स्वर में स्वर मिलाकर पूरी परिषद ने सस्वर संगान किया। बहुत ही उत्साह और आह्लादित वातावरण में ठाणे और आसपास के उपनगरों से 77 पति पत्नी के जोड़े और 69 श्रावक श्राविका कुल 223 भाई-बहनों ने अनुष्ठान में समाहित हुवे।
साध्वीश्री जिनरेखाजी ने फरमाया आचार्य भद्रबाहु स्वामी द्वारा रचित यह अमोघ मंत्र आत्मिक उत्थान के साथ ही कई विघ्न बढ़ाये दूर करता है और मनवांछित फलश्रुति देता है।मंत्र को सिद्ध करने की विधि भी विस्तार से बताई। साध्वी श्री श्वेतप्रभाजी ने स्थिरता और उपस्थिति के लिए परिषद की भूरी भूरी प्रशंसा की।
ठाणे तेरापंथी सभाध्यक्ष श्रीमान रमेश सोनी, मंत्री नरेश बाफना,कार्यक्रम संयोजक मंजूजी एवं महेन्द्र कोठारी, बिनोद कोठारी, दिनेश चोरड़िया व सभा की पूरी टीम के अविरत परिश्रम से आज का यह कार्यक्रम सफलतम रहा। युवक परिषदें, महिला मंडल और कन्यामण्डल का विशेष श्रम रहा। मंत्री श्री नरेश बाफना ने भाई-बहनों का आभार ज्ञापित किया। मंगलपाठ के साथ कार्यक्रम की परिणीति हुई।
ठाणे में हुआ उवसग्गहरं स्तोत्र महाजप अनुष्ठान का आयोजन
Leave a comment
Leave a comment