मुंबई:मुंबई को दिन-रात चलने वाले शहर के तौर पर जाना जाता है। यहां तक कहा जाता है कि यह शहर कभी नहीं सोता। यहां के लोग काम में इतना व्यस्त हैं कि उन्हें ऑफिस से दूर छुट्टी बिताने तक का समय भी बड़ी मुश्किल से मिलता है। ऐसा एक सर्वे में सामने आया है।
सर्वे के मुताबिक, ‘मुंबई के 51 फीसदी कामकाजी लोग छुट्टियां नहीं लेते हैं, क्योंकि उन्हें ऑफिस के काम से ही फुरसत नहीं मिलती है। 40 फीसदी इसलिए छुट्टियां नहीं लेते हैं क्योंकि उन छुट्टियों के बदले वे पैसे लेने में विश्वास रखते हैं। 88 फीसदी मुंबईकर खुद को छुट्टियों से वंचित पाते हैं।’
एक ट्रैवल पोर्टल द्वारा कराए गए सर्वे के मुताबिक, दुनियाभर में मुंबई में सबसे ज्यादा (27 फीसदी) ऐसे लोग हैं, जो पिछले एक साल में किसी भी छुट्टी पर नहीं गए। 44 फीसदी लोग ऐसे हैं जिन्होंने पूरे साल 10 दिन से कम छुट्टियां लीं। सालभर में 10 दिन से भी कम छुट्टियां लेने वालों में दिल्ली (43 फीसदी) का दूसरा नंबर है।
‘छुट्टी ना लेकर सफल महसूस करते हैं मुंबईकर’
ट्रैवल वेबसाइट एक्सपीडिया के सर्वे के मुताबिक, ‘मुंबईकर छुट्टियां ना लेकर सफल महसूस करते हैं। क्योंकि उनका मानना है जो लोग सफल होते हैं वह बिल्कुल भी छुट्टियां नहीं लेते या बेहद कम छुट्टियां लेते हैं।’ हालांकि स्वास्थ्य एक ऐसा फैक्टर है, जिसको लेकर मुंबईवासी जल्दी छुट्टियां लेते हैं। सर्वे के मुताबिक, ‘करीब 92 फीसदी मुंबईकर मानसिक स्वास्थ्य के लिए छुट्टी लेते हैं। सर्वे में भाग लेने वाले 97 फीसदी लोगों के मुताबिक मानसिक स्वास्थ्य के लिए यह जरूरी भी है।’
दुनियाभर में मुंबई के लोग लेते हैं सबसे कम छुट्टियां
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