जयपुर:राजस्थान के सभी जिलों में 3 जनवरी से 15 से 18 आयु वर्ष के बच्चों को कोरोना वैक्सीन की डोज लगेगी। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है। चिकित्सा विभाग के अधिकारियों के अनुसार करीब 51 लाख बच्चों को वैक्सीन लगाई जाएगी। प्रदेश में 1 जनवरी से बच्चों को वैक्सीन लगवाने के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया था। चिकित्सा विभाग के अनुसार बच्चों को भारत बायोटेक की तैयार को- वैक्सीन लगाई जाएगी। माना जा रहा है कि जिन बच्चों का जन्म 2007 तक है। उन सभी बच्चों को वैक्सीन लग सकती है। चिकित्सा विभाग के अनुसार राज्य में करीब 51 लाख से ज्याद बच्चों को वैक्सीन लगाई जाएगी। बच्चों को अस्पतालों के अलावा स्कूलों में भी वैक्सीन लगाई जाएगी। बच्चों को स्कूल का आईडी कार्ड दिखाना होगा। वैक्सीनेशन के लिए प्रदेश भर में 4 हजार सेंटर बनाए गए है। राजस्थान में टीकाकरण के प्रोजेक्ट डायरेक्टर रघुराज ने बताया कि को- वैक्सीन की 15.82 लाख डोज उपलब्ध है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के शासन सचिव वैभव गालरिया ने बताया कि वैक्सीन लगवाने के लिए घर-घर तक टीम जा रही है। इसके हैल्पलाइन 181 पर काॅल करने वालों को भी वैक्सीन लगाई जा रही है। गालरिया ने बताया कि प्रदेश भर में वैक्सीनेशन का कार्य चल रहा है। अधिकांश लोग मौके पर ही रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं। बच्चों का भी कैंप में ही रजिस्ट्रेशन करवाया जा रहा है। बच्चों को वैक्सीन लगवाने के लिए अपना पहचान पत्र साथ लाना होगा। इनमें आधार कार्ड, पेन कार्ड, राशन कार्ड या फिर स्कूल का फोटो पहचान पत्र मान्य होगा। इनके बिना रजिस्ट्रेन नहीं हो पाएगा। अधिकारियों के जिन बच्चों के पास अपना मोबाइल नहीं है। वह अपने परिजनों के मोबाइल नंबरों से रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। चिकित्सा विभाग के अनुसार बच्चों को वैक्सीन की दो से तीन डोज लग सकती है। अभिभावकों को Co-WIN पर खुद को रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके बाद आनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया जाएगा।
बच्चों का स्कूलों आयोजित कैंपों में भी मौके पर रजिस्ट्रेशन करवाने की सुविधा रहेगी। राजस्थान में 31 जनवरी के बाद से विभिन्न संस्थानों में प्रवेश एवं विभिन्न सुविधाओं के उपयोग के लिए कोरोना की दोनों डोज लगवाना अनिवार्य होगा। जनवरी के पहले सप्ताह में कोरोना की नई गाइडलाइंस की सख्ती से पालना की जाएगी। राजस्थान में जिस तरह कोरोना के केस बढ़ रहे हैं उससे सीएम गहलोत बेहद चिंतित है। शुक्रवार को हुई कोविड लाइव ओपन बैठक ने प्रदेश कम टेस्टिंग होने पर अधिकारियों के प्रति नाराजगी जताई थी। प्रदेश में एक्टिव केसों की संख्या एक हजार को पार कर गई है। राजधानी जयपुर में शनिवार को 192 नए केस आए थे।