नीरज राज/बस्ती(यूपी)।:- उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के रुधौली ब्लॉक के छोटे से गांव भीटा खास में जन्मे शिवेंद्र पांडेय ने असंभव को संभव कर दिखाया है। एक साधारण किसान परिवार के बड़े बेटे शिवेंद्र ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2024-25 में पहले ही प्रयास में आईएएस अधिकारी बनकर इतिहास रच दिया। यूपीएससी ने शुरू में 114 अभ्यर्थियों को मेरिट कम होने के कारण रिजर्व लिस्ट में रखा था जिसमें शिवेंद्र भी शामिल थे। लेकिन आयोग की अंतिम मंजूरी के बाद उनका चयन पक्का हो गया। यह खबर जैसे ही गांव पहुंची, पैतृक आवास पर बधाई देने वालों का तांता लग गया। खबर को सुनते ही शुभचिंतक रिश्तेदार और पड़ोसी खुशी से झूम उठे।
आपको बता दें कि शिवेंद्र के पिता देवनाथ पांडेय एक मेहनती किसान हैं जो खेतों में पसीना बहाते हैं। मां मंजू देवी रुधौली विकास क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय नरही में प्रधानाध्यापक के पद पर तैनात हैं। तीन संतानों में सबसे बड़े शिवेंद्र की यह सफलता पूरे परिवार के लिए गर्व का क्षण है। छोटी बहन शिवांगी पांडेय ने बीएससी और बीएड की पढ़ाई पूरी कर ली है, जबकि छोटा भाई दीपांकर पांडेय बीएससी के बाद लखनऊ में यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं। पिता देवनाथ भावुक होकर बताते हैं शिवेंद्र बचपन से ही पढ़ाई में गहरा रुचि रखता था। वह घंटों किताबों में डूबा रहता था। हमें अपने बेटे पर बेहद गर्व है। घर के सभी सदस्य इस उपलब्धि पर खुशी से झूम रहे हैं।
शिवेंद्र की शिक्षा की शुरुआत बस्ती शहर के इंडियन पब्लिक स्कूल से हुई, जहां उन्होंने हाईस्कूल तक की पढ़ाई पूरी की। स्कूल के प्रबंधक कैलाश नाथ दुबे कहते हैं, “शिवेंद्र शुरू से ही एकाग्र और मेहनती छात्र थे। वे पढ़ाई में पूरा मन लगाते थे। उनकी यह सफलता पूरे विद्यालय परिवार को गौरवान्वित कर रही है। हम उन्हें हार्दिक बधाई देते हैं।” हाईस्कूल के बाद शिवेंद्र ने इंटरमीडिएट जीएन कॉलेज, गोरखपुर से पूरा किया। फिर कोटा में एक साल कड़ी तैयारी के बाद कुरुक्षेत्र से बीटेक की डिग्री हासिल की। इंजीनियरिंग पूरी होते ही उन्होंने आईएएस की राह पकड़ ली और शिद्दत से जुट गए। महज एक प्रयास में उन्होंने यूपीएससी की कठिन परीक्षा फतह कर ली, जो लाखों युवाओं का सपना होती है।
