नई दिल्ली:चंडीगढ़ पहुंचने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू पर हमला बोला है। चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत में अमरिंदर सिंह ने साफ किया है कि वो अब कांग्रेस के साथ नहीं रहेंगे। उन्होंने कहा कि मैं पहले कह चुका हूं कि कांग्रेस छोड़ दूंगा। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि सिद्धू पंजाब के लिए सही नहीं हैं। अमरिंदर सिंह ने साफ किया कि सिद्धू कहीं से भी चुनाव लड़ें लेकिन वो उन्हें जीतने नहीं देंगे। अमरिंदर सिंह ने पार्टी में कलह का सारा ठीकरा सिद्धू पर फोड़ा है।
उन्होंने कहा कि चन्नी का काम सरकार चलाना है। सिद्धू का काम पार्टी चलाना है। चन्नी के काम में सिद्धू की दखलअंदाजी नहीं होनी चाहिए। कांग्रेस की मौजूदा स्थिति पर अमरिंदर सिंह ने कहा कि सिद्धू जैसा हाल कांग्रेस में कभी नहीं हुआ है। अमरिंदर सिंह के बीजेपी में शामिल होने को लेकर लगाई जा रही अटकलों पर विराम लगाते हुए उन्होंने कहा कि मैं बीजेपी में नहीं जाउंगा। उन्होंने बताया कि दिल्ली में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल से उनकी मुलाकात हुई थी। इस मुलाकात में सुरक्षा को लेकर बातचीत हुई है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से ड्रोन का आना सुरक्षा के लिए खतरा है।
ससे पहले एक निजी चैनल से बातचीत में अमरिंदर सिंह ने कहा था कि पंजाब में आम आदमी पार्टी का ग्राफ बढ़ रहा है, लेकिन कांग्रेस की लोकप्रियता 20 प्रतिशत घट गई है। डोवाल से मुलाकात के संदर्भ में उन्होंने कहा, ”सुरक्षा चिंताओं को लेकर मैं उनसे मिला। मैं मुख्यमंत्री भले ही नहीं हूं, लेकिन पंजाब तो हमारा है… पहले जैसे हालात न पैदा हों, एनएसए से मुलाकात का यही मकसद था।”
गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात को लेकर सिंह ने कहा, ” किसान आंदोलन को एक साल पूरा हो गया। कुछ तो समाधान निकलना चाहिए। मुझे डर है कि इससे पंजाब में दिक्कतें पैदा हो सकती हैं, और यह मैं नहीं चाहता ।” उनके मुताबिक, ”मैने गृह मंत्री से कहा है कि किसानों की मांग मानने और फसल विविधिकरण के लिए पंजाब को 25 हजार करोड़ रुपये दिये जाएं।”
सिद्धू के साथ टकराव के बाद अमरिंदर सिंह ने पिछले दिनों मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उनके बाद चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया गया। सिद्धू ने मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की तारीफ करते हुए सिंह ने कहा, ”वह बेहद शिक्षित व्यक्ति हैं। मेरे साथ मंत्री के तौर पर उन्होंने अच्छा काम किया। यह जरूरी है कि सिद्धू उनको काम करने दें। सिद्धू हावी होना चाहते हैं।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व को ‘जी 23’ की बात सुननी चाहिए। गौरतलब है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद, कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा, मनीष तिवारी और विवेक तन्खा सहित 23 प्रमुख नेताओं ने पिछले वर्ष कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी में संगठन चुनाव करवाने की मांग की थी। इस समूह के एक नेता जितिन प्रसाद अब भाजपा में शामिल हो चुके हैं।