मुंबई। साध्वी श्री आणिमाश्रीजी एवं साध्वी श्री मंगलप्रज्ञा जी के सांनिध्य में तुलसी सभागृह के विशाल प्रांगण में आचार्य महाप्रज्ञ विधानिधि फाउंडेशन के तत्वावधान में नारी सशक्तिकरण सम्मेलन का आयोजन वृहद स्तर पर किया गया। इस कार्यक्रम में समारोह अध्यक्ष के रूप में राज पुरोहित केबिनेट मिनिस्टर महाराष्ट्र , मुख्य अतिथि कान्तिलाल मेहता उद्योगपति, मुख्य वक़्ता के रूप में अखिल भारतीय तेरापंथी महिला मंडल की राष्ट्रीय अध्यक्षा कुमुद कच्छारा विशिष्ट अतिथि के रूप में नगरसेवक राज पुरोहित बीजेपी , दक्षिण मुंबई के अध्यक्ष सिद्धार्थ गमरे बीजेपी, दक्षिण मुंबई के सचिव पदम जैन , आचार्य महाप्रज्ञ विधानिधि फाउंडेशन के अध्यक्ष किशनलाल डागलिया .एम.पी.स्कूल के चेयरमेन शुभकरण बैद नारी चेतना मंच की अध्यक्षा प्रेरणा सिरोहिया , राधिका पुरोहित, नुतन गुप्ता, नेना टोपरानी, मुंबई महिला मंडल अध्यक्षा जयश्री बड़ाला, गणपत डागलिया, कुलदीप बैद, बाबूलाल दुधेडिया, प्रशान्त भाई, श्वेता सुराणा, तेयुप मंत्री धनपत बैद, दिनेश धाकड़, सुखलाल सियाल, प्यारचंद सिसोदिया, आदि अनेक गणमान्य व्यक्ति इस गरिमामय कार्यक्रम में उपस्थित हुए। विशाल हॉल भाई बहनों से जनाकीर्ण हो गया।
साध्वी श्री आणिमाश्रीजी ने विशाल परिषद को संबोधित करते हुए कहा जब तक नारी के भीतर विश्वास जागृत नही होगा, वह कभी सशक्त नही बन सकती है। परिवार की पृष्ठभूमि सशक्त नारी के संबंध पुरुषार्थ पर टिकी हुई है। अगर नारी खुद संस्कार और संस्कृति की सुरक्षा हेतु अपने जीवन मे सदाचार , सादगी और सहजता की प्राथमिकता देती है।तो वह स्वतः सुरक्षा का परकोटा तैयार कर लेती है। आज की नारी ने शिक्षा के क्षेत्र में विकास किया है। अनेक क्षेत्रों में कीर्तिमानो का इतिहास रचा है किंतु अब कुछ ओर करने की जरूरत है। वह है स्वंय पर स्वयं का अनुशासन मंजिल की निकटता हेतु शक्ति संवर्धन जरूरी है। अपेक्षा है नारी अपने विचारों को सकारात्मकता का पथ देकर ऊर्जा का अक्षय निधान प्राप्त करे । यही सशक्तिकरण का सुदृढ़ सोपान है।
साध्वी श्री मंगलप्रज्ञा जी ने अपने प्रेरक वक्तव्य में कहा आज की नारी जो जगा रही है, वह पश्चिम की नारी है जाग रही । हमे भारत की नारी को जगाना है। भारत की नारी त्याग तप की प्रतीक है। आज महिलाओं का जो विकास देख रहे है। प्रसन्नता होती है किंतु जागरूक बनना है, कही भारतीय संस्कृति खो न जाए । आज महिलाओं को अपने आंतरिक गुणों से सशक्त बनना हैं, ताकि घर परिवार भी सशक्त बने , सौहार्द के भाव बढ़े आगर इन गुणों में सशक्त बन गई तो वास्तविक सशक्तिकरण होगा।
साध्वी सुधाप्रभाजी ने अपने व्यक्तव्य में कहा विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं ने अपनी दक्षता से सफलता व विकास के परचम लहराए है। वो अपने कर्तव्य की कमनीय स्याही से करिश्माई आलेख लिख रही है।जिसे पढकर सदिया अपने आपको गौरान्वित महसूस करेंगी। साध्वी मैत्रीप्रभाजी ने मंच संचालन करते हुए कहा महिलाओं के कर्तव्य की पतंग उड़ती हुई बहुत दूर पहुंच गईं है। पर ध्यान रखना है हमारी पतंग की डोर निर्मल चरित्र रूपी चरखी से जुड़ी रहे अगर डोर कट गई तो पतंग को गिरते देर नही लगेगी। केबिनेट मिनिस्टर राज पुरोहित ने कहा आधुनिक नारी बहुत जग चुकी है। परिवार व समाज को सशक्त बना सकती है।
राष्ट्रीय अध्यक्षा कुमुद कच्छारा ने सटीक विचारों की प्रस्तुति दी। ट्रस्ट के अध्यक्ष किशनलाल डागलिया ने स्वागत भाषण दिया। दक्षिण मुंबई महिला मंडल ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। साध्वी कर्णिका श्रीजी, साध्वी सुधाप्रभाजी, साध्वी मैत्रीप्रभाजी, साध्वी स्मतव्यशाजी ने मंगल संगान किया। नगर सेवक आकाश राज पुरोहित ने विचार व्यक्त किए। राज पुरोहित ने कहा अभी अभी भाई किशन , गणपत डागलिया, बाबूलाल ने आचार्य तुलसी के 105 वे जन्म दिवस पर आचार्य चौक बनाने की बात कही। मै चाहता हु आचार्य तुलसी के व्यक्तित्व व कर्तव्य के अनुरूप जगह पर आचार्य तुलसी चौक बनाकर गुरुदेव को सच्ची श्रद्धांजलि देगे। मै चाहता हु साध्वी श्रीजी के रहते रहते यह काम हो ताकि उनकी भावना भी साकार बने। राजपुरोहित व आकाश तथा सम्मानित मंच का मोमेंटो व साहित्य से सम्मान ट्रस्ट के पदाधिकारियो द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम के प्रायोजक बाबूलाल एवं कांतिभाई सिंघवी रहे। संयोजिका भावना वागरेचा, वन्दना वागरेचा, गुंजन सुराणा, साधना मेहता, लतिका डागलिया, पुष्पा कच्छारा की उपस्थिति रही।यह जानकारी मिडिया प्रभारी नितेश धाकड़ ने दी।
कालबादेवी तेरापन्थ भवन में नारी सशक्तिकरण सम्मेलन का आयोजन
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