- तेरापंथ भवन में हुआ चातुर्मासिक मंगल प्रवेश
साहूकारपेट, चेन्नई। हमारी धरती ऋषि परम्परा से जुड़ी हैं। उनकी साधना शक्ति से ओत:प्रोत धरती हमें विनम्रता, सहनशीलता, क्षमा के भावों से सरल बनाती हैं, उपरोक्त विचार तेरापंथ भवन, साहूकारपेट में चातुर्मासिक मंगल प्रवेश के अवसर पर साध्वी अणिमाश्री ने धर्म सभा को सम्बोधित करते हुए कहें। साध्वीश्री ने आगे कहा कि जो जीवन का समयबद्ध नियोजन करता है, वहीं आत्मज्योति को प्राप्त कर सकता हैं। व्यक्ति को प्यास भी है, पानी बरस रहा है, हाथ में बर्तन भी हैं, लेकिन बर्तन को औंधा रखने पर पानी नहीं भर सका और प्यासा ही रह जाता हैं, इसी तरह हमें भी इस वर्षाकाल (चातुर्मास्य) में समय का नियोजन करते हुए चारित्र आत्माओं के सान्निध्य में अपने आप को नियोजित कर आत्मकल्याण की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए। साध्वी श्री ने आगे कहा कि हमारे मन में कोई भी बात हो सरल दिल से साधु-साध्वियों को विनम्र भाव से निवेदन कर ऋजु बनना चाहिए।
तेरापंथ ट्रस्ट बोर्ड द्वारा ग्राउंड फ्लोर में बने बहुउद्देशीय हॉल का उद्घाटन साध्वीश्रीजी के मंगल प्रवेश के अवसर पर उद्घाटनकर्ता चन्दनमल नरेन्द्र कुमार डुंगरवाल, दिलीप कुमार विनोद कुमार बोथरा मुथा परिवार द्वारा हुआ। ट्रस्ट बोर्ड द्वारा उद्घाटनकर्ताओं एवं न्यायिक प्रक्रिया में विशेष सहयोग देने के लिए एडवोकेट श्री महेंद्र भंसाली का सम्मान किया।
विशिष्ट अतिथि बी एल आच्छा ने कहा जो व्यक्ति अपनी प्रकृति में है, वह सुरक्षित है। भीतर में आत्मज्योति जागृत होने पर व्यक्ति सत्य, अध्यात्म को प्राप्त कर सकता है। मुख्य अतिथि श्री पन्नालाल सिंघवी ने कहा चेन्नई का जैन समाज समन्वयता के साथ एकता की मिसाल को कायम रख रहा है।
साध्वी कर्णिकाश्री, साध्वी सुधाप्रभा, साध्वी समत्वयशा, साध्वी मैत्रीप्रभा ने सुंदर प्रस्तुतीकरण के माध्यम से बताया कि चातुर्मास काल में नियमित आने से ज्ञान, ध्यान, तप की आराधना से आराधित होकर आत्म जागरण की दिशा में अग्रसर बन सकते हैं। महिला मंडल की बहनों ने सुंदर नाटिका के माध्यम से पांचो साध्वियों का सुंदर परिचय प्रस्तुत किया। कन्या मंडल ने व्रत, प्रत्याख्यान की प्रेरणा को प्रेरित संवाद प्रस्तुत किया।
इससे पूर्व साध्वी श्री प्रातः ओसवाल गार्डन से विहार कर सिवांची भवन पधारे। श्री सिवांची मद्रास जैन संघ के अध्यक्ष श्री जयंतीलालजी बागरेचा ने अपनी टीम के साथ साध्वी वृंद का स्वागत किया। मंच का संचालन मंत्री अशोक बी. खतंग ने किया एवं आभार ज्ञापन श्री जयन्तिलाल खिंवेसरा ने किया। साध्वी अणिमाश्रीजी ने पावन प्रेरणा प्रदान की।
उसके बाद वहां से व्यवस्थित जुलूस के रूप में मुख्य मार्गों से होते हुए ठीक 9:11 बजे पर तेरापंथ भवन में चातुर्मासिक प्रवास हेतु मंगल प्रवेश किया। श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा अध्यक्ष श्री प्यारेलाल पितलिया तेरापंथ ट्रस्ट बोर्ड के मुख्यन्यासी श्री सुरेश नाहर, तेरापंथ युवक परिषद् अध्यक्ष मुकेश नवलखा, तेरापंथ महिला मंडल अध्यक्षा श्रीमती पुष्पा हिरण, तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कमलेश नाहर, श्री सुरेश बोहरा, श्री विमल चिप्पड, श्री घीसूलाल बोहरा, रमेश डागा, राकेश खटेड़, याशिका खटेड़, पदमा दुगड़ ने स्वागत अभिनंदन स्वर प्रस्तुत किए। बेंगलुरु से समागत श्री सुरेश दक, मैसूर से दिनेश दक, संतोष कोठारी, विल्लुपुरम से मंजू डागा ने वहां विराजित चारित्र आत्माओं के मंगल संदेशों का वाचन किया। तेरापंथ सभा द्वारा अतिथियों एवं पुलिस अधीक्षक बालाकृष्णन का सम्मान किया गया। मंगलाचरण हेमंत डूंगरवाल ने एवं कार्यक्रम का कुशल संचालन तेरापंथ सभा के मंत्री गजेंद्र खांटेड़ ने किया।