जोहानिसबर्ग:दक्षिण अफ्रीका की सेना ने पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा के समर्थन में होने वाली हिंसा और उपद्रव की रोकथाम के लिए 25 हजार सैन्य बलों की तैनाती शुरू कर दी है।
वर्ष 1994 में श्वेतों की अल्पमत सरकार के समय से अब तक की सबसे बड़ी सेना तैनात की गई थी। दक्षिण अफ्रीकी नेशनल डिफेंस फोर्स ने तब 12 हजार सैन्य बलों को बुलाया था।
दक्षिण अफ्रीका के ग्वातेंग और क्वाझुलु नाटल प्रांत में एक हफ्ते से जारी हिंसा को रोकने के लिए हथियारबंद ट्रक, बंदूकधारी और हेलीकाप्टर तैनात किए गए हैं। जोहानिसबर्ग समेत ग्वातेंग और क्वाझुलु नाटल इलाकों में इन सैन्य बलों की तैनाती होगी। हालांकि सात अन्य प्रांतों में भी हिंसा फैली हुई है। लेकिन पुलिस को सतर्क कर दिया गया है। सोवेतु के मापोन्या माल में भी सैन्य बलों की तैनाती की गई है। इन प्रांतों में सैन्य बलों ने पेट्रोलिंग भी शुरू कर दी है।
इस बीच, रायटर के अनुसार दक्षिण अफ्रीका में हिंसा और लूटपाट की घटनाओं में कमी आई है, लेकिन इसके चलते मरने वालों की संख्या 117 हो गई है। हिंसा के चलते सैकड़ों दुकानें नष्ट हो चुकी हैं। बंदरगाह शहर डरबन में हिंसा के निशान दिखाई दे रहे हैं। लुटेरों ने यहां दुकानें लूट लीं और नस्लीय तनाव का माहौल बना रहा। हालांकि, मुख्य व्यावसायिक शहर जोहानिसबर्ग में दुकानदारों और अन्य निवासियों ने मलबे की सफाई कर दी और इसका हिसाब लगा रहे हैं कि हिंसा से उन्हें कितना नुकसान पहुंचा।