कानपुर:धर्म परिवर्तन के मामले की जांच कर रही एटीएस ने बड़ा खुलासा किया है। इसके तहत आरोपित मोहम्मद उमर गौतम कानपुर में 350 लोगों का धर्म परिवर्तन कराने की फिराक में था। इसके लिए दिसम्बर तक का टारगेट तय किया गया था। उससे पहले एटीएस ने उसे और जहांगीर को गिरफ्तार कर लिया।
शहर में बड़े पैमाने पर धर्म परिवर्तन कराने के लिए मोहम्मद उमर जहांगीर ने दो दर्जन ट्रेनर्स तैयार कर लिए थे। इन्हें शहर के अलग-अलग इलाकों में रखा भी गया था। आईडीसी (इस्लामिक दावा सेंटर ) संस्था के जरिए ट्रेनर्स का खर्च भी उठाया जा रहा था। इन्हें लक्ष्य दिया गया था कि संभ्रांत और मूक-बधिर के बीच अपनी पैठ बनाकर उनका धर्म परिवर्तन कराएं। इसके लिए उमर ने दिसम्बर तक साढ़े तीन सौ लोगों के धर्म परिवर्तन का टारगेट सेट किया था।
इसके पूरा होने के बाद अगले साल यानी 2022 में इससे भी बड़ा लक्ष्य तय किया जाना था जिसे लेकर उसकी अपने कुछ और कारखासों से मंत्रणा हो चुकी थी। एटीएस सूत्रों के मुताबिक जो डायरी और दस्तावेज उमर गौतम के यहां से मिले हैं उसमें इन सभी तथ्यों के बारे में जानकारी मौजूद है। प्रदेश में कई और शहर उसने इसी तरह से टारगेट किए थे। जहां पर धर्म परिवर्तन कराने को लेकर ट्रेनरों की नियुक्ति कर दी गई थी। अब टीम उन ट्रेनरों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।