मुंबई :महाराष्ट्र विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार की सभी 3 पार्टियां (एनसीपी, शिवसेना और कांग्रेस) केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ थीं और अब भी कानूनों के खिलाफ हैं। हम विधानसभा में इसके खिलाफ प्रस्ताव पारित कर कृषि कानूनों का विरोध करेंगे: राज्य मंत्री और राकांपा नेता नवाब मलिक
नए कृषि कानून को लेकर महाराष्ट्र सरकार में राज्य मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक का बड़ा बयान सामने आया है। नवाब मलिक ने शनिवार को कहा कि महाराष्ट्र विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार की सभी तीन पार्टियां एनसीपी, शिवसेन और कांग्रेस केंद्र के नए कानूनों के खिलाफ थीं और अब भी कानूनों के खिलाफ है। उन्होंने कहा है कि हम विधानसभा में इसके खिलाफ प्रस्ताव पारित कर कृषि कानूनों का विरोध करेंगे।
मलिक ने कहा, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने तीन कृषि कानूनों पर शरद पवार के विचारों के बारे में एक टिप्पणी की, जो राकांपा प्रमुख ने कभी नहीं कहा। पवार ने तीन केंद्रीय कानूनों पर कुछ नहीं बोला। पवार केवल इस बात की जानकारी दे रहे थे कि राज्य सरकार केंद्र के कानूनों खिलाफ क्या कदम उठा रही है।
बता दें कि पवार ने गुरुवार को संवाददाताओं से कहा कि केंद्र को उत्तर भारत के उन किसानों के साथ बातचीत करनी चाहिए जो पिछले सात महीनों से नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा, केंद्र को उनसे बातचीत तेज करनी चाहिए। मुद्दे पर राजनीतिक मतभेद रखना गलत है। राकांपा प्रमुख ने यह भी कहा था कि महाराष्ट्र सरकार केंद्र द्वारा पिछले साल बनाए गए तीन कृषि कानूनों को राज्य में लागू होने करने से पहले उसमें संशोधन का समर्थन करती है।