मुंबई:ठाणे जिले से एक हैरान करना वाला मामला सामने आया है। यहां एक जीवित शख्स के नंबर पर फोन कर नगर निगम के लोगों ने बताया कि उसकी कोरोना संक्रमण से मौत हुई है। यही नहीं उन्होंने कहा कि उसका डेथ सर्टिफिकेट भी तैयार है और परिवार के किसी शख्स को भेज कर उसे मंगवा लीजिए। अपनी मौत की खबर सुनकर उसके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई। हालांकि, जब शख्स ने कहा कि उसे कोरोना जरूर हुआ था, लेकिन इससे उसकी मौत नहीं हुई है। तब फोन करने वाले ने जांच की बात कहते हुए फोन काट दिया।
ठाणे के रहने वाले 55 साल के शिक्षक चंद्रशेखर जोशी को ठाणे म्युनसिपल कॉर्पोरेशन (TMC) की तरफ से पिछले हफ्ते फोन आया, उन्हें कहा गया कि आपका डेथ सर्टिफिकेट तैयार है उसे ले जाइए। जब चंद्रशेखर जोशी, वहां पहुंचे तो उन्हें एक अधिकारी ने बताया कि ICMR के डाटा के मुताबिक, आप 22 अप्रैल, 2021 को मर चुके हैं।
पीड़ित ने दर्ज करवाया केस
चंद्रशेखर जोशी ने बताया कि, ‘वह अक्टूबर 2020 में कोरोना पॉजिटिव हुए थे, लेकिन खुद को होम आइसोलेट कर लिया था और उसके बाद रिकवर हो गए थे। नगर निगम की इस गलती के बाद उन्होंने कॉल रिकॉर्डिंग को आधार बनाकर एक कंप्लेंट भी दर्ज करवाई है। हालांकि, ठाणे नगर निगम की ओर से इस मामले में कोई भी बयान नहीं दिया गया है। कंप्लेंट मिलने के बाद निगम के अधिकारी इस मामले में जांच की बात जरुर कह रहे हैं।
नगर निगम की इस मामले में सफाई
ठाणे नगर निगम के एडिशनल कमिश्नर संदीप मालवी ने कहा कि ऐसा मामला सामने आया है पर TMC यह डेटा नहीं बनाती है। यह पुणे से बनकर आता है। यह लिस्ट हम नहीं बनाते है। गलती हुई है, आगे से ऐसा नही होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आगे से हमारे पास जो भी लिस्ट बनकर आएगी हम उसका वैरिफिकेशन करेंगे, उसके बाद ही लोगों को फोन करेंगे। कमिश्नर ने कहा कि यह तकनीकी गड़बड़ी है. आगे से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि ऐसी गलतियां ना हों।