- भारतीय जैन संघटना सेवा की पर्याय बन कर उभरी-अशोक गहलोत
- सेवा की भावना राजस्थानियों के डी एन है में समाई हुई है-अशोक गहलोत
- भारतीय जैन संघटना की सिवाय अद्वितीय व कार्यकर्ता समर्पित-गजेंद्र सिंह शेखावत
सूरत। भारतीय जैन संघटना के प्रयत्नों से 700 ऑक्सीजन कॉन्स्ट्रेर्टर मशीनें राजस्थान के 12 जिलों के 37 केंद्रों में उपलब्ध कराई गई। राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत व केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत की वर्च्यूल उपस्थिति में इन मशीनों को जन उपयोगार्थ सुपुर्द करने की विधि का शुभारम्भ हुआ, कार्यक्रम में सैकड़ों सदस्य व पदाधिकारी मौजूद रहे।
भारतीय जैन संघटना सेवा की पर्याय संस्था-श्री अशोक गहलोत (मुख्यमंत्री राजस्थान)
इस अवसर पर मुख्य अतिथि राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा कि मुझे बहुत प्रसन्नता है कि भारतीय जैन संघटना सेवा के पर्याय के रूप में उभर कर आई है, व गत वर्ष कोरोना काल में धारावी क्षेत्र को कोरोना के प्रकोप से मुक्ति दिलाने में बी जे एस की सराहनीय व प्रेरक भूमिका रही है। बी जे एस ने गत वर्ष मोबाइल मेडिकल सेवा के द्वारा तमिलनाडु, कर्नाटका, महाराष्ट्र व गुजरात आदि राज्यों में बड़े पैमाने पर सेवा की है। सेवा की भावना हम सभी राजस्थानियों के डी एन ए में है। मारवाड़ी भले ही देश के किसी कोने में या विदेश में जाकर बसे तो उन्होंने अपनी संस्कृति व संस्कारों को अपनाए रखा व आज भी घरों में इन्होंने मारवाड़ी भाषा के प्रति लगाव को बनाए रखा, ये बहुत बड़ी खूबी है। जब-जब भी बाढ़, बरसात, भूकम्प या प्राकृतिक आपदा आई तो मारवाड़ी लोगों ने अपने गांवो, शहरों में सक्रियता के साथ तन मन व धन से सेवा की, राजस्थान ही नही बल्कि कच्छ-भुज, लातूर में भूकम्प आया या केरला, उड़ीसा आदि जिन राज्यों में प्राकृतिक आपदा आई तो राजस्थानी सेवा के क्षेत्र में सक्रियता पूर्वक भूमिका निभाते दिखे, आज भी देश की अर्थ व्यवस्था में राजस्थानी उद्योगपतियों व व्यवसाहियो का बहुत बड़ा योगदान है, राजस्थान में भी जब कभी भी आपदा आई तो प्रवासी राजस्थानियों ने दिल खोल कर सहयोग किया। भारतीय जैन संघटना के श्री शांतिलाल जी मुथा, प्रदीप राठौड़ जी, मेरे बड़े भाई मफतलाल जी मुणोत व मोतीलाल जी ओसवाल आदि सभी उद्यमी सेवा के पर्याय हैं। श्री गहलोत ने कहा कि कोरोना की पहली वेव से दूसरी वेव बड़ी ही खतरनाक साबित हुई, पहले हमें हमें रोग की जांच सम्बन्धी सेम्पल दिल्ली भेजने पड़ते थे आज 1 लाख तक की जांच की व्यवस्था है, हमने घर घर सर्वे कराया है, पहली लहर में आई सी यू बेड व ऑक्सीजन बेड तक खाली रहते थे पहले चुनोती कम थी लेकिन इस बार गांव हो या शहर सभी जगह आई सी यू बेड, ऑक्सीजन, वेंटिलेटर आदि की चुनोती बढ़ी है। इस बार कोरोना, नमुनिया आदि प्रकोपों के चलते ऑक्सीजन 4-5 दिन तो बहुत बड़े रूप में जरूरत रही, गत वर्ष तो प्रदेश में मौतें 8-10 या 15-20 तक होती थी लेकिन इस बार 150-160 तक पहुंच गई दरअसल पहले महाराष्ट्रा में कोरोना का विस्फोट हुआ और फिर फैलते फैलते दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, मध्य प्रदेश, कर्नाटका, तमिलनाड आदि राज्यों के साथ-साथ राजस्थान तक पांव पसार दिए। नित्य बढ़ते केसों के चलते सर्वत्र हाहाकार मच गया, हर जगह से खबरें आती थी कि ऑक्सीजन के अभाव में मौते हुई, ऑक्सीजन की कमी के कारण कर्नाटका में 24 व गोआ में 100 के करीब मौतों के समाचार हम सभी ने सुने है। भले ही हम सभी अलग अलग दल हो ऐसे समय हमारे सामने इंसानियत का प्रश्न खड़ा है, यहां धर्म जाति, सम्प्रदाय आदि गौण है जो सामने मरीज आए उसकी सेवा हमें करनी है वो ही इंसानियत है, वो ही सेवा व वो ही धर्म है। हम कोरोना से जंग जीतेंगे, हमने थर्ड वेव के लिए भी तैयारियां कर दी है व बच्चों की हिफाजत हेतु हम कृत संकल्प है। पहली वेव गांवो में प्रवासी आये थे तब गांव के लोग देशावर से आने वाले को होम कोरनटाइन करा देते थे, लेकिन इस बार गांवो के लोग समझ नही पा रहे हैं, व कोरोना के खतरे को नजरअंदाज कर बैठे, उदयपुर आदि क्षेत्रों के ग्रामीण इलाकों की बड़ी गम्भीर हालत है। सेकेंड वेव में कोरोना की वजह से गत दिनों हम 3 विधायकों को खो चुके हैं व अभी भी भाजपा के दो विधायकों का उपचार चल रहा हैं। हमने कोरोना फैलने के पहले ही सभी पार्टियों के नेताओं, धर्म गुरुओं, सामाजिक संगठनों, सामाजिक संगठनों, एक्टिविस्टों आदि को बुलाया व विचार विमर्श किया। राजस्थान सतर्क है, हमने पहले ही निश्चय कर दिया था कि कोई भूखा नही सोएगा, मुझे खुशी है कि किसी को भूखे रहने नही दिया। हमारे लिए भीलवाड़ा व रामगंज आदि मॉडल काम आ रहा है, उसी कारण से हम बच गए। लेकिन गांवो में कोरोना ने तेजी से पांव पसारे, गांव वाले समझ नही पा रहे, अब नोजवान तक शिकार हो रहे हैं। अब ऊपर से ब्लेक फंगस ओर आ गया। इस बार सारी दवाइयां गायब हो गई, ऐसे समय भी लोग कमाने में लगे है प्राइवेट हॉस्पिटलों की नीति मात्र पैसा कमाने की रही। हमने 3 हजार करोड़ रु खर्च कर तमाम राजस्थानियों का केसलेस बीमा कराया, व हमने बीमा कंपनियों को कह दिया है कि वे ब्लेक फंगस को भी साथ में जोड़ें। हमने केंद्र सरकार को वेक्सीन की आपूर्ति फ्री करने का कहा, पता नही किस कारण से सरकार ने ये बात नही मानी, मैने गत दिनों ही मोदीजी से फोन पर बात की, वीडियो कॉलिंग से भी बात हुई, गृह मंत्री श्री अमित शाह से भी बात हुई, अब राज्यों में ही आपसी कॉंपिटेशन बढ़ गया व ग्लोबल टेंडर निकालना पड़ रहा है। फ्री वेक्सीन की घोषणा होती तो ठीक नही रहता, हमारी ये शिकायत नही है, ये फीडबैक है। आज वेक्सीन के मामले में राजस्थान नम्बर-1 है, भले ही 45 प्लस हो या 60 प्लस, सभी में राजस्थान अग्रणी है। हमने सभी का सपोर्ट किया है। वेक्सीन हेतु रोडमेप व प्लानिंग होनी चाहिए थी क्योंकि वेक्सीन मृत्यु दर जीरो कर देती है, में भी कोरोना ग्रस्त हो गया था तो वेक्सीन की वजह से बच गया, लगता है भगवान ने और सेवा करने जा अवसर दिया है। भारतीय जैन संघटना ने 45 केंद्रों के माध्यम से ऑक्सीजन कॉन्स्ट्रेटर उपलब्ध कराई है ये बहुत ही नेक प्रयास है। हमने 50 हजार ऑक्सीजन कॉन्स्ट्रेटर मशीनें मंगाने हेतु प्रयास शुरू कर दिया है व चाईना, ताइवान, कोरिया आदि सभी जगह इन्क्वारी शुरू कर दी है अगर आपके ध्यान में कोई उत्पादक व निर्यातक देश हो तो हमें बताएं। श्री गहलोत ने अंत में कहा कि में उम्मीद करता हूँ सभी को साथ लेकर चलेंगे, जनता हमारे मां-बाप है चाहे किसी जाति धर्म के क्यों न हो। मैने सभी से बात की थी भाजपा के गुलाब जी कटारिया, राजेन्द्र जी राठौड़, सतीश जी पुनिया आदि की, हमारे लिए सभी सम्मानीय है भले वो भाजपा, सपा, बसपा आदि कोई हो हमें तो इंसान की सेवा करनी है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से पहले भी अच्छा तारतम्य था। मेने प्रधानमंत्री जी व गृह मंत्री जी को कहा कि ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा में आपूर्ति करें, हमारे लिए ओडिसा व बंगाल आदि से मंगाना बड़ा मुश्किल है, वहां मिल भी रही है, वहां से मंगवाना बड़ा पेशिदा कार्य है। में शांतिलाल जी मुथा, राजेन्द्र जी लुंकड़, प्रदीप जी राठौड़, मफतराज जी मुणोत, मोतीलाल जी ओसवाल आदि सभी को बधाई देता हूँ कि आपने राजस्थान के लिए इतना अच्छा कार्य किया है व सभी का सम्बोधन गागर में सागर जैसा था, सभी ने शॉर्ट रूप से कम शब्दों में अपनी भावना व्यक्त की।
भारतीय जैन संघटना की सेवा अद्वितीय व कार्यकर्ता समर्पित-गजेंद्र सिंह शेखावत (केंद्रीय जल शक्ति मंत्री)
भारतीय जैन संघटना के सभी पदाधिकारी व सदस्य गण सेवा के संकल्प को लेकर राजस्थान में इतने बड़े पैमाने पर सेवारत है ये सभी के लिए अनुकरणीय है, इस सेवा में निमित बनें मेरे भाई सा मोतीलाल जी ओसवाल, वल्लभ सा भंसाली, मफतराज सा मुणोत, प्रदीप सा राठौड़ तथा बी जे एस के संस्थापक श्री शन्तिलाल सा मुथा व वर्तमान अध्यक्ष श्री राजेन्द्र सा लुंकड़ तथा राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष श्री राजकुमार सा फत्तावत आदि सभी साधुवाद के पात्र है कि उन्होंने इतने शॉर्ट समय में इतनी बड़ी सेवा कर दी, सभी सेवा के इस संकल्प को लेकर कृत संकल्प है अतः में सभी के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करता हूँ। सभी को एक सूत्र में पिरोने का कार्य शांतिलाल सा मुथा ने किया है, शांतिलाल जी को सभी भाऊ सा कहते है अतः में भी अभी से भाऊसा ही कहूंगा। श्री शेखावत ने कहा कि बी जे एस की सेवाएं अद्वितीय है व कार्यकर्ता समर्पित हैं। उन्होंने कहा कि बहुत कम संस्थाएं होती है जो बी जे एस की तरह चिंतन करे, अतः बी जे एस का अभिनंदन है। श्री शेखावत ने कहा कि पिछले डेढ़ साल से देश व दुनिया बड़ी चुनोती को झेल रही है, दुनिया के तकरीबन 14 देश जो हर दृष्टि से विकसित व सम्पन्न है, उनके पास सारे संसाधन है ग्लोबल हेल्थ की दृष्टि से भी वे समृद्ध है, एक तरफ हमारे सामने ढेर सारी चुनोतियाँ है, इतना कुछ फर्क होने के बावजूद दुनिया के मुकाबले भारत बेहतर स्थिति में है, दरअसल भारत का समाज चरित्र इस डेढ़ साल में उद्घाटित हुआ है। अनेक लोग ऐसे भी है जो आपदा में अवसर खोजते है लेकिन अनेक लोग ऐसे भी है जो आपदा के अवसर को सेवा में माना है, कई कई उदाहरण ऐसे भी है कि किसी की रसोई 15 दिन बाद कैसे चलेगी, लेकिन पड़ोसी ने पड़ोसी धर्म निभाते हुए अभावों में भी पड़ोसी के लिए रोटी का प्रबंध किया, भारत का समाज चरित्र आपदा में भी सेवा का हैं। भारत के समक्ष अनेक चुनोतियाँ बढ़ी भी है, साधारण तया एक वर्ष में एक तूफान आता है गत वर्ष भारत ने तीन तुफानो को झेला है, हमेशा ग्लेशियर की 1 चुनोती रहती है इस बार भारत ने ग्लेशियर की चुनोतियों का 7 बार सामना किया है। बॉर्डर पर भी अनेक चुनोतियों का सामना भारत ने किया है, माननीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में सभी चुनोतियों का डट कर मुकाबला किया। कोरोना जे चलते एक तरफ पूरी दुनिया डरी हुई है, सारे देश समस्याओं, आपदाओं से आदि से धराशाही हो रहे हैं अर्थ व्यवस्था लड़खड़ाई हुई है, लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत मजबूती के साथ खड़ा हैं। श्री शेखावत ने कहा कि सेवा, समर्पण, संस्कार व स्वाभिमान भाव राजस्थानियों के डी एन ए में है। राजस्थान का व्यक्ति दुनियां के किसी कौने में चला जाए प्याऊ, धर्मशाला, हॉस्पिटल, स्कूल आदि तो वो बनाएगा ही। शेखावत ने कहा कि वायरस का वापस आना कहीं न कहीं हमारी चूक रही है, कहीं न कहीं हमारी शिथिलता व उदासीनता रही है तभी तो ये वायरस बड़े पैमाने पर फैला है। श्री शेखावत ने कहा कि इस बार यह विदित हो गया कि सम्पर्क के आगे धन बौना हो गया, ऐसे कई व्यक्ति थे जो निजी स्तर पर हॉस्पिटल बनाने की क्षमता रखते है लेकिन उन्हें भी अस्पताल में एक आई सी यू बेड पाने हेतु भारी मशक्कत करनी पड़ी। पिछले माह जब जोधपुर में आई सी यू, ऑक्सीजन आदि की कमी देखी तो हमने सात दिन में 120 बेड का एक आई सी यू हॉस्पिटल खड़ा कर दिया जहां एम्स के डॉक्टर सेवाएं दे रहे हैं। गांवो में परिस्थिति बहुत खराब है, मैंने एक दिन रात को 11 बजे बी जे एस के श्री शन्तिलाल जी मुथा को फोन किया कि हमें ऑक्सीजन मशीने चाहिए तो अगले तीन दिनों में हमें 100 ऑक्सीजन कॉन्स्ट्रेटर मशीने मिल गई। शेखावत ने कहा कि ये राजनीति का समय नही है ये सामूहिकता का समय है। जब कलेक्टर से मशीन के बारे में रिपोर्ट मांगी तो उन्होंने कहा कि मरीज का ऑक्सिजन लेवल बढ़ कर 95 हो गया है तो रात्रि में सारी थकान उतर गई। दिन भर आप बांटो तो रात्रि में सोते समय सुखद अहसास होता है व सुकून भी होता है। शेखावत ने कहा कि कुछ लोग जाति-धर्म के दायरे में सिमट कर सेवा करते है जो उचित नही है अगर आपकी सेवा से एक व्यक्ति भी लाभान्वित हो गया तो हमारा उद्देश्य सफल हो जाता हैं। बी जे एस ने इतना बड़ा सहयोग किया है वो सराहनीय है। शेखावत ने कहा कि हम सभी मिल कर कार्य करें तो अच्छा है, माननीय मुख्यमंत्री जी मौजूद है आज गांवो में हॉस्पिटलों में बेड है तो ऑक्सीजन नही है,ऑक्सिजन है तो मॉनिटर नही है, वेन्टीलेटरो का अभाव है, जनरेटर नही है, अगर लाइट चली जाए तो 15 ऑक्सीजन कॉन्स्ट्रेटर कैसे चलेंगे। हम सभी जगह प्रयास कर रहे हैं स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार हेतु। सरकार अपना काम कर रही है। एक एक गांव में दस-दस बेड की अच्छी व्यवस्था हो, प्रत्येक सेंटर पर 20-25 लाख खर्च कर गांवो में अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकती है। भगवान न करें ऐसी कोई चुनोती खड़ी हो। राजस्थान सरकार ऐसी योजना बनाएं व स्वंय सेवी संगठन भी आगे आएं।
मातृ भूमि के लिए सेवा करना सौभाग्य का सूचक-शांतिलाल मुथा
स्वागत भाषण देते हुए संस्था के फाउंडर श्री शांतिलाल मुथा ने कहा कि 35 वर्ष पूर्व भारतीय जैन संघटना की स्थापना महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य से पुणे शहर में की गई थी आज ये सेवा रूपी पौधा वटवृक्ष बन कर लहरा रहा है, देश के अलग-अलग राज्यों में एक हजार शाखाओं से लाखों सेवाभावी लोग जुड़े हुए है, ये संगठन महिला सशक्तिकरण के तहत स्मार्ट गर्ल, माइनॉरिटी, मेट्रीमोनियल, एम एस एम ई, बिजनेश मार्गदर्शन आदि योजनाओं में सक्रिय रूप से भूमिका निभा रहा है व लाखों लोग लाभान्वित हो रहे है, शिक्षा में सुधार हेतु विकसित किए गए बी जे एस के शिक्षा मॉडल भारत की कई सरकारों ने अपनाया हैं। व जल संकट से जुंझते महाराष्ट्र के गांवो कस्बो व शहरों में अभिनेता आमिरखान के साथ पानी फाउंडेशन की मुहिम से जुड़ा हुआ है। श्री मुथा नर कहा कि कोरोना की सेकेंड वेव का विक्राल रूप व ऑक्सीजन का अभाव देख हम सभी ने एक निर्णय लिया कि हमें हजारों की तादाद में ऑक्सीजन कॉन्स्ट्रेटर मशीनें मंगानी चाहिए। तो हमने पहली खेप के रूप में हजारों ऑक्सिजन कॉन्स्ट्रेर्टर सिंगापुर सेआयात की जो कि गुणवत्ता परक क्वालिटी की हैं, चूंकि राजस्थान हमारी जन्म भूमि है अतः इस भूमि का ऋण हर राजस्थानी को प्राथमिकता के साथ चुकाना चाहिए। व मातृ भूमि की सेवा करना सौभाग्य का सूचक है। अतः हमने राजस्थान के 37 केंद्रों पर 700 मशीन आज मुहैया कराई है व उससे पहले भेजी गई सैकड़ों मशीने मरीजों के उपयोग में आ रही है, तकरीबन 45 केंद्रों पर कुल 1200 के करीब ऑक्सीजन कॉन्स्ट्रेटर मशीनें राजस्थान में उपलब्ध है। श्री मुथा ने कहा कि अब हम मोबाइल ऑक्सीजन वेन जगह जगह उपलब्ध करा रहे हैं जिससे मरीज के विस्तार में पहुंच कर ऑक्सिजन उपलब्ध हो पाएगी। जब हमने देखा कि ऑक्सीजन सिलेंडर वजनदार होते है व बार बार रिफिल कराने पड़ते है तो हमने ऑक्सीजन कॉन्स्ट्रेटर मंगाने का निश्चय किया। श्री मुथा ने इन ऑक्सीजन कॉन्स्ट्रेटर मशीनों को उपलब्ध कराने में श्री वल्लभ भंसाली, श्री मोतीलाल ओसवाल, श्री प्रदीप राठौड़ व श्री मफतलाल मुणोत का बहुत बड़ा योगदान रहा हैं।
भाऊ श्री शांतिलाल मुथा नोबल पुरस्कार के हकदार- वल्लभ भंसाली
इस अवसर पर उद्योगपति श्री वल्लभ भंसाली ने बड़े ही दार्शनिक अंदाज में अपना वक्तव्य प्रारम्भ किया उन्होंने समंदर से उड़ती लहरों के जिक्र किया। उन्होंने कहा कि श्री शांतिलाल जी मुथा जिनके मनमस्तिष्क में संवेदनाओं का सैलाब उमड़ता है जो सदैव पर हितकारी चिंतन करते है, आज राजस्थान से ये ऑक्सिजन सेवा प्रारम्भ हो रही है, इस विपदा की घड़ी में हर किसी को आगे आकर जरूरतमन्दों के योगभूत बनना चाहिए।
मातृ भूमि का ऋण चुकाएं उतना कम हैं-श्री मोतीलाल ओसवाल
इस अवसर पर उद्योगपति श्री मोतीलाल ओसवाल ने कहा है कि जिस पूण्य धरा में हमने जन्म लिया है तो उस मातृभूमि की सेवा में हमें सदैव तत्पर रहना चाहिए। इसी मनोभाव से हमने बाड़मेर जिले के बाड़मेर, बालोतरा, जसोल, सिवाना व आस पास में 296 ऑक्सीजन कॉन्स्ट्रेटर मशीनें, 311 ऑक्सीजन सिलेंडर, 6 बाइपेप वेंटिलेटर तथा बी जे एस के माध्यम से कुल 450 ऑक्सीजन कॉन्स्ट्रेटर मशीने उपलब्ध कराई है। श्री ओसवाल ने कहा कि हम ये सेवा अनेक संगठनों के माध्यम से कर रहे हैं लेकिन भाऊ श्री शांतिलाल जी मुथा के समर्पण, कमिटमेंट व प्रेरणा के कारण गांव गांव व शहर शहर में हम बी जे एस के साथ सेवा में जुड़े हुए हैं। श्री ओसवाल ने कहा कि हमने सिवाना के विधायक श्री हमीर सिंह भायल, पचपदरा के विधायक श्री मदनलाल प्रजापत, बाड़मेर के विधायक श्री मेवाराम जैन, बायतु के विधायक श्री हरीश चौधरी तथा केंद्रीय राज्य मंत्री श्री कैलाश चौधरी के माध्यम से ऑक्सीजन कॉन्स्ट्रेटर व सिलेंडर उपलब्ध कराए हैं। व सभी का पूर्ण सहयोग रहा है, श्री ओसवाल ने बी जे एस के पदाधिकारी बालोतरा के श्री प्रतीक जैन व बाड़मेर के श्री मुकेश जैन के समर्पण भाव को सराहा।
भाऊ हम सभी के लिए प्रेरणा के स्त्रोत-श्री प्रदीप राठौड़
उद्योगपति व सेलो ग्रुप के प्रबंधक श्री प्रदीप राठौड़ ने कहा कि राजस्थान हमारी मातृ भूमि भी है व कर्म भूमि भी है अतः इस भूमि के लिए जितना करें उतना कम हैं, इस बार ऑक्सिजन की काफी कमी रही अतः ऑक्सीजन कॉन्स्ट्रेटर मशीनें राजस्थान में भिजाना हमने उचित समझा, आदरणीय भाऊ श्री शांतिलाल जी मुथा हम सभी के प्रेरणास्रोत है व बी जे एस की समर्पित टीम इस सेवा कार्य को बखूबी अंजाम दे रही हैं।
भाऊ शांतिलाल मुथा नोबल के हकदार-मफतराज मुणोत
श्री मफतराज जी मुणोत ने कहा कि राजस्थान के यशश्वी व लोक लाडले मुख्यमंत्री कर नेतृत्व में राज्य में अनेक विकास कार्य हो रहे हैं तथा केंद्रीय मंत्री श्री गजेंद्र सिंह जी शेखावत राजस्थान की इस धरा हेतु सक्रियता से जुटे हुए हैं। आपदा के इस अवसर पर शांतिलाल जी मुथा के मार्गदर्शन में सम्पूर्ण बी जे एस की टीम पूर्ण समर्पित भाव से सेवा कार्यों में सलंग्न हैं, शांतिलाल जी भाऊ आपदा के इस काल में सराहनीय प्रयास कर रहे हैं आप नोबल पुरस्कार के अधिकारी हैं
गत वर्ष भी कोरोना काल में बी जे एस कोरोना मरीजों के सेवारत रही- श्री राजेन्द्र लुंकड़
कार्यक्रम के संचालक व बी जे एस अध्यक्ष श्री राजेन्द्र लुंकड़ ने कहा कि बी जे एस ने सर्वाधिक ऑक्सीजन मशीने हम सभी की जन्म भूमि राजस्थान को उपलब्ध कराई है, श्री लुंकड़ ने कहा कि गत वर्ष कोरोना काल में भी बी जे एस की सेवाएं अद्वितीय रही, उस दौर में 400 से ज्यादा मोबाइल डिस्पेंसरियों के माध्यम से कर्नाटका, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गुजरात आदि राज्यो में लाखों मरीजों की जांच कर उनको दवाइयां प्रदान की गई व चिन्हित कोरोना मरीजों को सरकारी अस्पताल उपचार हेतु भेजा गया।
राजकुमार फत्तावत ने किया आभार प्रदर्शन
कार्यक्रम के अंत में राजस्थान प्रदेश बी जे एस अध्यक्ष श्री राजकुमार फत्तावत ने कहा कि राजस्थान जे लगभग 45 केंद्रों में तकरीबन 1200 ऑक्सीजन कॉन्स्ट्रेटर मशीनें कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए प्राण दायिनी साबित हो रही है। श्री फत्तावत ने राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत तथा उद्योगपति श्री वल्लभ भंसाली, मोतीलाल ओसवाल, श्री प्रदीप राठौड़, श्री मफतराज मुणोत तथा बी जे एस के संस्थापक अध्यक्ष श्री शन्तिलाल मुथा व वर्तमान अध्यक्ष श्री राजेन्द्र लुंकड़ के प्रति आभार व्यक्त किया।