मुंबई। साध्वी श्री आणिमाश्रीजी एवं साध्वी श्री मंगलप्रज्ञा जी की प्रेरणा से आचार्य महाप्रज्ञ विधा निधि फाउंडेशन एवं महाप्रज्ञ पब्लिक स्कूल के नौंवी कक्षा के विद्यार्थी एवं टीचर चेन्नई गुरु दर्शन यात्रा सानंद संपन्न कर पुनः मुंबई पहुंचे । चिरस्मरणीय यात्रा के अविस्मरणीय पलो को ह्रदय में संजोए हुए अपने भावो की प्रस्तुति बच्चो ने प्रवचन के समय परिषद में दी। महाप्रज्ञ पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल ज्योति रामचंद्र ने कहा यह यात्रा हमारे जीवन की यादगार यात्रा रही। साक्षात भगवंत स्वरूप गुरुदर्शन पाकर हम निहाल हो गए। भीतर प्रसन्नता को शब्दों से अभिव्यक्त नही किया जा सकता । इतना ही कहूंगी उन क्षणों में मुझे सचिदानंद की अनुभूति हुई। मै साध्वी श्रीजी के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करती हु कि आपने हमारे बच्चो की प्रस्तुति के लिए अच्छा श्रम किया। ट्रस्ट के प्रति हार्दिक आभार जिसके कारण हमें यह दुर्लभ अवसर प्राप्त हुआ।
साध्वी श्री आणिमाश्रीजी ने अपने प्रेरक उदबोधन में कहा आज महाप्रज्ञ पब्लिक स्कूल के बच्चे , टीचर, व ट्रस्ट के पदाधिकारी गुरु दर्शन कर यहां पहुंचे है। गुरुदेव के पवित्र आभामण्डल में पहुचकर हर व्यक्ति आनंद की अनुभूति करता है। पूज्य श्री की सहज सौम्य मुद्रा आवाल वृहद को आकृष्ट करती है। यही वजह है कि आज गुरु दर्शन यात्रा कर लौटे हर व्यक्ति के चेहरे पर अतिरिक्त प्रसन्नता है। बच्चो ने पूज्य श्री के चरणों मे सुंदर प्रस्तुति देकर स्कूल को गौरवान्वित किया है। साध्वी श्री ने कहा दिवाली आनेवाली है। बच्चे दीपावली पर पटाखे न छोड़ने का संकल्प करें। साध्वी श्रीजी की प्रेरणा से सैकड़ों बच्चो ने पटाखे न छोड़ने एवं रात्रि 8 बजे के बाद मोबाइल यूज न करने का संकल्प किया। साध्वी श्री मंगलप्रज्ञा जी ने भी प्रेरणा पाथेय प्रदान किया। ट्रस्ट के अध्यक्ष किशनलाल डागलिया ने गुरु उपासना के अनमोल क्षणों की सुंदर व भावपूर्ण प्रस्तुति देते हुए।
पूज्य श्री ने लगभग आधे घण्टे का समय बगसया। यहाँ की हर बात बड़े गौर से सुना । पूज्य श्री ने बच्चो को एवं हम सबको प्रेरणा पाथेय प्रदान किया एवं फ़रमाया साध्वी आणिमाश्रीजी एवं मंगलप्रज्ञा जी खूब आच्छा काम करे। गणपत डागलिया ने अपने भावो की प्रस्तुति दी। तथा चेन्नई के दृश्यों को प्रोजेक्टर के माध्यम से बताया । साक्षी जैन, जिया जैन , हेत सिंघवी, हर्षी शाह, देशना जैन, धीर जैन , देवेश छेड़ा, चेतन गहलोत, साध्वी श्री आणिमाश्रीजी द्वारा विभिन्न रागनियों में रचित गुरु वन्दना गीत की बहुत ही सुंदर व भावपूर्ण प्रस्तुति म्यूजिक इंस्टूमेंट के साथ दी। अविश जोशी ने ट्रिप के बारे में बताया जीवन विज्ञान प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त साक्षी जैन व अंश शाह ने जीवन विज्ञान क्यो जरूरी है इसके बारे में बताया। साध्वी प्रमुखा कनक प्रभाजी द्वारा रचित अनुशासन की वर्णमाला की मुखस्थ प्रस्तुति नौवीं कक्षा के बच्चो ने दी। नौंवी कक्षा के तरेपन बच्चे इस यात्रा में संभागी । सभी बच्चे प्रफुल्लित वदन थे। प्रिंसिपल ज्योति रामचन्द्रन , रक्षा डेरिया, आँचल जोदावत, अनमोल दिशागज , अविनाश पवार, व अजय गुप्ता गुरु दर्शन कर धन्य धन्य व कृतकृत्य हो गए।
किशनलाल डागलिया, कमला डागलिया, गणपत डागलिया, मनहोरदेवी डागलिया,सुरेश एम डागलिया,कस्तूरदेवी डागलिया,लक्ष्मीलाल डागलिया, सुशीला डागलिया, शांता देवी धींग,मंजु देवी धींग, दीप्ति बोराणा, पदमा जैन, सुरेश बाफना, इन्द्रा बाफना, शुभकरण जैन, भगवती लाल धाकड़, सुरेश मेहता, साधना मेहता, अमित जैन , चंद्रकांत जैन, चिराग डागलिया, पूजा डागलिया, हितेश सिंघवी, रेणुका सिंघवी, दक्ष सिंघवी, सुमेर सुराणा, प्रकाश सिसोदिया, प्रकाश गोलसा, सुरेशचन्द्र जैन, मनोरमा जैन, नवीन जैन, संगीता जैन, दिव्या जैन, लक्षिका जैन, आर्यन जैन, कुंदनमल धाकड़, बसन्ती धाकड़, सोहनलाल धाकड़, कुंदन देवी धाकड़, मेनिका दुगड़, महेश कोठारी, बबिता धाकड़, मुकेश कोठारी, लवी कोठारी, पंची कोठारी संघ में उपस्थित थे । यह जानकारी तेयुप दक्षिण मुंबई के मीडिया प्रभारी नितेश धाकड़ ने दी।
सदचिदानंद की अनुभूति करने वाली रही गुरुदर्शन यात्रा
Leave a comment
Leave a comment