मुंबई। अखिल भारतीय महिला मंडल मुंबई के निर्देशानुसार मासिक कार्यशाला (LEARN, UNLEARN, RELEARN) के अंतर्गत श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथ महिला मंडल एवं कन्यामंडल मुंबई द्वारा आयोजित “एक ख़ास रिश्ता माँ और बेटी का “ कार्यक्रम की शुभ शुरुआत मुंबई महिला मंडल के उपाध्यक्ष श्रीमती सुशीला जी सिंघवी ने नमस्कार महामंत्र द्वारा की । ABTMM कार्यकारिणी सदस्य एवं मुंबई महिला मंडल के पूर्वाध्य्क्श श्रीमती निर्मला जी चण्डालिया ने सुमधुर मंगलाचरण द्वारा कार्यक्रम को गति प्रदान की । वाशी महिला मंडल ने सुमधुर थीम सोंग की प्रस्तुति दी कोपेरखेरने संयोजिका मनीषाजी कावड़िया ने सभी का स्वागत किया । मुंबई महिला मंडल के अध्यक्ष भाग्यश्री जी कच्छारा ने अपने अध्यक्षीय उदगार द्वारा माँ एवं बेटी के रिश्ते को मज़बूती प्रदान करने हेतु अपने भावों की अभिव्यक्ति दी।
मुंबई कन्यामंडल संयोजिका ध्रुवि मादरेचा ने भी अपने विचार रखें । माँ और बेटी का रिश्ता कैसा होना चाहिए एवं कैसे एक माँ अपनी बेटी के लिए कैसे legend बन सकती है ? उसे मूर्त रूप से समझाने हेतु नेरुल , उरण एवं पनवेल महिला मंडल द्वारा विडीओ के माध्यम से सुंदर प्रस्तुति दी जिसका संचालन ई-मीडिया प्रभारी अलका मेहता ने किया। अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के महामंत्री श्रीमती तरुणाजी बोहरा ने वर्तमान युग में माँ और बेटी के रिश्ते का क्या रूप होना चाहिए उसे अपने जोशीले व्य्क्त्व द्वारा चित्रण किया । एरोलि संयोजिका संगीता जी बोहरा ने मुख्य वक्ता का परिचय दिया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता पूजा जी पुनीत ने (लाइफ़ कोच) तेरापंथ महिला मंडल की प्रशंसा करते हुए कहा – यदि मुझे कई साल पहले ही आपके मंडल में काम करने को मिलता तो जो मैंने हज़ारों रुपए देकर सिखा है वो फ़्री में ही सीख लेती। इतने अच्छे अच्छे वक्ता तो इसी मंच पर हाज़िर है । उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए और कार्यक्रम के विषय को ध्यान में रखते हुए कहा – कि पहले हर माँ अपने आप से यह वादा करे कि अपनी बेटी को ख़ूब पढ़ा लिखा कर , उसे उसकी मंज़िल का रास्ता दिखाकर फिर उसकी शादी के बाद ये ना कहे कि बेटा अब सब छोड़ दो , अपने घर को सम्भालो यही जीवन की सच्चाई है । यदि आपको बेटी को उड़ते हुए देखना है तो उसकी ताक़त बनो । परिवर्तन का बहाना देकर पीछे मुड़ने को मत कहो । पूजाजी ने अपने शानदार व्य्क्त्व द्वारा माँ व बेटियों को आत्मनिर्भर बनने का मार्गदर्शन देते हुए सभी का उत्साहवर्धन किया और ऊर्जामय वातावरण का शमा बांधा। बहनो की जिज्ञासाओं का सटिक समाधान दिया ।
मुंबई पूर्वाध्यक्षा श्रीमती प्रेमलता जी सिसोदिया ने मोटिवेटर पूजाजी की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए कहा – यदि हमारे समय में आप जैसे मोटिवेटर हमें मिले होते तो हम उस समय में भी मंडल को कई ऊँचाइयाँ प्रदान करा पाते। मुंबई महिला मंडल के मंत्री स्वीटी जी लोढ़ा ने पूजा जी की प्रशंसा करते हुए उनका आभार व्यक्त किया। सीबीडीबेलापुर संयोजिका प्रियाजी संचेती ने सभी का आभार ज्ञापन किया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय ट्रस्टी श्रीमती प्रकाशदेवी तांतेड , परामर्शक श्रीमती बिमला जी नाहटा , पूर्वाध्य्क्श श्रीमती मंजुजी छाजेड , श्रीमती कमलाजी जैन ,श्रीमती भारतीजी कच्छारा , मुंबई निवर्तमान अध्यक्ष जयश्री जी बडाला , मुंबई कोषाध्यक्ष चंदाजी कोठारी , सहमंत्री गीतांजलि जी बोथरा , सरोज जी सिंघवी , प्रचार मंत्री कांताजी डूंगरवाल , मुंबई कन्यामंडल प्रभारी संगीताजी चपलोत सह प्रभारी जूली जी मेहता एवं उनकी सम्पूर्ण टीम एवं की गरिमामय उपस्थिति रही । कार्यक्रम को सफलतम बनाने में राजीमती ज़ोन की संयोजिका खारघर से रेखा जी श्रीश्रीमाल , उरण से प्रमिला जी डांगी , पनवेल से ज्योति बाफ़ना एवं सभी सहसंयोजिका बहने एवं उनकी टीम का सम्पूर्ण सहयोग रहा । कार्यक्रम का कुशल संचालन नेरुल महिला मंडल के संयोजिका मनीषाजी चण्डालिया एवं सह संयोजिका आशाजी सोनी ने किया । Zoom एवं fb के माध्यम से लगभग 900 लोगों ने कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज करवायी।
तेरापंथ महिला मंडल एवं कन्यामंडल की मासिक कार्यशाला ‘एक ख़ास रिश्ता माँ और बेटी का’ का आयोजन
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