विल्मिंगटन: अमेरिका ने तुर्की को बड़ा झटका देते हुए 20 सदी में ऑटोमन साम्राज्य में लाखों आर्मेनियाई लोगों के मारे जाने को नरसंहार करार दिया है। तुर्की का निकट सहयोगी रहा अमेरिका दशकों से इन योजनाबद्ध हत्याओं पर मौन साधे था और कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रहा था। राष्ट्रपति जो बाइडन की इस कड़ी प्रतिक्रिया से नाटो में उसके अकेले मुस्लिम सहयोगी देश तुर्की को बड़ा झटका लगा है। सन 1915 में शुरू हुए इस नरसंहार की निंदा करने का बाइडन ने अपने चुनाव प्रचार में वादा किया था। इसे उन्होंने आर्मेनियाई मूल के लोगों द्वारा मनाए जाने वाले वार्षिक यादगार दिवस के दिन पूरा किया।
उनसे पहले के अमेरिकी राष्ट्रपति इस दिन मारे गए लोगों के प्रति श्रृद्धांजलि तो अर्पित करते थे लेकिन उन्होंने ऑटोमन साम्राज्य के लिए कभी कोई कड़ी बात नहीं कही थी। लेकिन बाइडन ने इस सिलसिले को खत्म करते हुए शनिवार को हत्याओं के लिए कड़े शब्दों का इस्तेमाल किया और उसे नरसंहार की संज्ञा दी। एक अनुमान के अनुसार 20 वीं सदी के शुरुआती दशकों में हुए इस नरसंहार में करीब 15 लाख आर्मेनियाई लोगों को मार डाला गया था और 20 लाख लोगों को विस्थापित कर दिया गया था।