नई दिल्ली। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने कोरोना वैक्सीन का उत्पादन बढ़ाने के लिए अमेरिका को कच्चे माल पर लागू प्रतिबंधों को हटाने की मांग की है।
दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन को रॉ मटेरियल के अमेरिकी निर्यात पर प्रतिबंध हटाने की मांग करते हुए एक ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि प्रतिबंध के कारण वैक्सीन बनाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अगर वह अमेरिका के बाहर वैक्सीन उद्योग की ओर से इस वायरस को खत्म करने के लिए एकजुट होते हैं, तो कच्चे माल के निर्यात पर लगे प्रतिबंध को हटाना चाहिए।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने ये अपील तब की जब विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र के देशों से आग्रह किया कि वे आगे के संक्रमण को रोकने और जीवन को बचाने के लिए सभी उपकरण लागू करें। पिछले कई हफ्तों से मामले बढ़ रहे हैं। ऐसे में सबको साथ मिलकर लड़ाई लड़नी होगी और दुनिया को इस खतरनाक बिमारी से बचाना होगा। अब सभी उपकरणों एकजुट करने और उन्हें एक साथ लागू करने की आवश्यकता है।
कोरोना से बचने के उपाय
वहीं, डब्ल्यूएचओ (डब्ल्यूएचओ) की दक्षिण पूर्वी एशिया की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा कि संक्रमित व्यक्ति की निगरानी, जांच, कोरोना संक्रमित के संपर्क में आए लोगों की जांच, आइसोलेशन, क्वारांटिन और देखभाल ये सभी इस महामारी से बचने के उपाय हैं लेकिन, इसका सबसे बड़ा उपाय अभी वैक्सीन है।
वेरिएंट को लेकर शुरुआत से ही अलर्ट है डब्ल्यूएचओ
पूनम खेत्रपाल ने कहा कि मास्क, हाथ साफ करते रहना, वेंटिलेशन, सोशल डिस्टेंसिंग का लगातार उपयोग सबसे अच्छा गार्ड है, और इसका सख्ती से पालन किया जाना चाहिए, यहां तक कि उन लोगों को भी इसका पालन करना चाहिए जिन्हें वैक्सीन लगाई गई है। इसके साथ ही कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ शुरूआत से ही इनके बारे में पता लगा रहा है।
टीकाकरण को बढ़ाने और सभी आयु समूहों को कवर करने के लिए इसका विस्तार करने पर विचार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि टीका एक महत्वपूर्ण और शक्तिशाली उपकरण हैं लेकिन, एकमात्र उपकरण नहीं हैं। सबसे पहले संक्रमित व्यक्ति की शारीरिक ताकत काम आती है। मास्क, लगातार हाथ धोना सभी चीजों का ध्यान रखना जरुरी है।