कराची। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की एक स्वतंत्र जांच समिति ने पुष्टि की है कि पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) के छठे सत्र के लिए तैयार किए गए बायो-बबल (खिलाडि़यों के बचाव के लिए बनाए गए नियम) को कई मौकों पर तोड़ा गया। टूर्नामेंट के दौरान सुरक्षा के साथ समझौता किया गया।
पीसीबी ने पीएसएल-6 के बायो-बबल में सेंध लगने की जांच के लिए दो सदस्यीय समिति का गठन किया था। डॉ. सैयद फैसल महमूद और डॉ. सलमा मुहम्मद अब्बास की समिति ने पीसीबी अध्यक्ष अहसान मनी को 31 मार्च को अंतिम रिपोर्ट सौंपी। पीसीबी प्रमुख अब रिपोर्ट का अध्ययन करेंगे और कोई फैसला लेने से पहले बोर्ड के सदस्यों के साथ इसके विवरण को साझा करेंगे।
पीएसएल को छठे सीजन को कोरोना के लगातार मामले बढ़ने की वजह से स्थगित करने पर बाध्य होना पड़ा। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने 20 फरवरी को शुरू हुए इस टूर्नामेंट को आखिरकार खिलाड़ियों को कोरोना पॉजिटिव होने की संख्या में हो रही वृद्धि के बाद 4 मार्च को बंद कर दिया।
दिल्ली कैपिटल्स के कोच रिकी पोटिंग – फोटो ट्विटर पेज
समिति से जुड़े एक सूत्र ने कहा कि रिपोर्ट में किसी व्यक्ति विशेष को दोषी नहीं ठहराया गया है। रिपोर्ट ने इस बात की पुष्टि की कि कराची में टूर्नामेंट के दौरान से बायो-बबल से समझौता किया गया था। इस सूत्र ने कहा कि समिति ने यह भी सिफारिश की है कि बोर्ड जून में पीएसएल-6 के फिर से शुरू होने पर किस तरह से हितधारकों के लिए सुरक्षित बायो-बबल सुनिश्चित कर सकता है ।
पीएसएल-6 को मार्च में महज 10 मैचों के बाद कोविड-19 से जुड़े मामलों के कारण स्थगित कर दिया गया था। सूत्र के मुताबिक रिपोर्ट में विशेषज्ञों ने बताया कि कुछ हितधारकों ने बायो-बबल के टूटने के बारे में जानकारी दी, लेकिन पीसीबी के अधिकारियों ने उसे गंभीरता से नहीं लिया।