नई दिल्ली। भारतीय टेस्ट टीम के अहम बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा की सात साल बाद आईपीएल में वापसी होगी। उन्हें इस साल फरवरी में हुई नीलामी में चेन्नई सुपर किंग्स ने पचास लाख रुपए की बेस प्राइस में खरीदा था। जब सीएसके ने नीलामी के दौरान पुजारा पर बोली लगाई थी, तो पूरा हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा था। पुजारा का आईपीएल में शामिल होना असाधारण लग सकता है, लेकिन वो इस मंच के लिए नए नहीं हैं। क्योंकि वो 2010-2014 के बीच तीन अलग-अलग आईपीएल फ्रेंचाइजी के साथ लीग का हिस्सा रह चुके हैं। वो टी-20 में अपनी घरेलू टीम सौराष्ट्र के लिए 2019 में घरेलू टी-20 सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट में शतक लगा चुके हैं। ऐसे में वो इस साल आईपीएल खेलने को लेकर नर्वस नहीं हैं। उन्हें विश्वास है कि वो इस बार लीग में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। आईपीएल नीलामी में चुने जाना, धोनी की कप्तानी में खेलने से लेकर अपनी बल्लेबाजी को लेकर पुजारा ने ईएसपीएन क्रिकइंफो को दिए इंटरव्यू में खुलकर बात की।
पुजारा ने इस इंटरव्यू में अपनी बल्लेबाजी को लेकर भी बात की। वो पहले इस बात को लेकर चिंता जता चुके थे कि अगर टी20 के लिए उन्होंने अपनी बल्लेबाजी में बदलाव किया तो उसका टेस्ट में उन्हें नुकसान हो सकता है। हालांकि, अब पुजारा की इसे लेकर राय बदल चुकी है और वो इन बातों को पीछे छोड़ चुके हैं। उन्होंने इस मामले पर कहा कि बिल्कुल अब मैं इस बारे में नहीं सोचता हूं। इससे पहले, जब मैं टी20 फॉर्मेट खेलता था, तो इस बात की चिंता करता था कि कहीं इससे टेस्ट क्रिकेट में मेरा खेल खराब न हो जाए?. मुझे तब लगता था कि आईपीएल खत्म होने के बाद मेरी बल्लेबाजी में तकनीक खामी आ जाएगी। लेकिन समय बीतने के साथ मैंने ये समझा कि मेरा नेचुरल गेम, मेरी ताकत कभी नहीं जाएगी। फिर चाहें मैं किसी भी फॉर्मट में क्यों न खेलूं।