अहमदाबाद:अनुभवी भारतीय सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा ने कहा कि विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत की आक्रामक बल्लेबाजी शैली से टीम मैनेजमेंट को तब तक कोई परेशानी नहीं है, जब तक वह अपना काम ठीक तरीके से कर रहे हैं। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच के दूसरे दिन के खेल के बाद शुक्रवार को कहा कि इस तरह से बल्लेबाजी करते हुए पंत जब असफल हों तो लोगों को उनकी आलोचना करने में कमी करनी चाहिए। कुछ समय पहले तक गैर जिम्मेदाराना शॉट खेलने के लिए आलोचना का सामना करने वाले पंत ने इंग्लैंड के खिलाफ चौथे और अंतिम टेस्ट के दूसरे दिन 118 गेंद में 101 रन की पारी खेल कर मैच पर भारत का दबदबा कायम कर दिया।
रोहित ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पंत की बल्लेबाजी की अपनी अलग शैली है। जाहिर है उन्हें बताया जाता है कि पारी को कैसे आगे बढ़ना है। वह अपने ही अंदाज में बल्लेबाजी कर रहे थे। यह हमारे नजरिए से अच्छा है क्योंकि यह टीम के लिए काम कर रहा है। रोहित ने कहा कि आपको टीम में हर तरह के खिलाड़ियों का मिश्रण चाहिए होता है। कुछ ऐसे खिलाड़ी जो गेंद का सम्मान करें, आपको कुछ ऐसे खिलाड़ी भी चाहिए जो जोखिम उठाएं और जब तक यह टीम के लिए काम करता है तब मैनेजमेंट को इससे कोई शिकायत नहीं। लिमिटेड ओवर के इस उपकप्तान ने इस तरह की पारी के दौरान असफलता के बाद पंत को निशाना बनाने से बचने की सलाह दी।
उन्होंने कहा कि ऐसा भी समय होगा जब बड़ा शॉट लगाने के चक्कर में वह आउट होंगे और मैं नहीं चाहता कि इससे कोई निराश हो। वह ऐसे खिलाड़ी है जो ऐसी पारी खेलते है जिससे टीम एक घंटे के अंदर मुश्किल परिस्थिति से बाहर निकल जाती है। रोहित ने कहा कि महेन्द्र सिंह धोनी के भरोसे के कारण वह सलामी बल्लेबाज बने और अब खेल के इस फॉर्मेट में इसका लुत्फ उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि टीम मैनेजमेंट का समर्थन रहा तो पंत भी खुल कर खेल सकते हैं।
रोहित ने कहा कि पंत जैसे खिलाड़ी को अपने कौशल का समर्थन करना चाहिए और मैनेजमेंट उनकी क्षमता के बारे में जानता है। उन्हें ऐसे खेलने की छूट दी गई है जो मेरे नजरिए से बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि मैं पूरी तरह से एक बल्लेबाज के दृष्टिकोण को समझता हूं। उन्होंने कहा कि एक खिलाड़ी के रूप में यह जरूरी है कि कप्तान और कोच का समर्थन आपको मिले। पंत के साथ अभी ऐसा ही है। उससे आपको ऐसी पारियां देखने को मिलेंगी लेकिन मैं नहीं चाहता कि खराब शॉट लगाकर आउट होने पर उसकी आलोचना की जाए।