मुरादाबाद:जिस मेंथा ऑयल का इंपोर्ट करके चीन तमाम तरह के हेल्थ और कॉसमेटिक प्रोडक्ट तैयार करके पूरी दुनिया में अपना डंका बजा रहा है, उस मेंथा ऑयल को भारत से हासिल करना अब उसके लिए पहले से ज्यादा मुश्किल भरा होगा। चीन को बीमा पेमेंट के लिए ए वन श्रेणी से हटाकर ए टू श्रेणी में शिफ्ट कर दिया गया है। मुरादाबाद मंडल से मेंथा ऑयल का चीन को निर्यात करने वाले निर्यातक अब थोड़ा हतोत्साहित हो सकते हैं क्योंकि उन्हें चीन को माल भेजने पर इसके पेमेंट का सुरक्षा कवर प्राप्त करना महंगा पड़ेगा। एक्सपोर्ट क्रेडिट गारंटी कार्पोरेशन ऑफ इंडिया (ईसीजीसी) ने चीन को अब ए वन से हटाकर ए टू श्रेणी में डाल दिया है।
केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय के अधीन संचालित ईसीजीसी ने भारत-चीन संबंधों में टकराव और तल्खी बढ़ने के मद्देनजर अनिश्चितता से भरी राजनैतिक परिस्थितियों व कारोबार पर बढ़े जोखिम को देखते हुए यह कदम उठाया है। जिसके नतीजे में चीन को माल का निर्यात करने वाले निर्यातकों को इसके पेमेंट इंश्योरेंस की पॉलिसी पहले की तुलना में डेढ़ गुना महंगी पड़ेगी। पेमेंट बीमा के मामले में चीन अभी तक, अमेरिका व कई यूरोपीय देशों की तरह ए वन श्रेणी में था, लेकिन, भारत-चीन में तनातनी बढ़ने के मद्देनजर ईसीजीसी ने चीन को ए वन से हटाकर ए टू श्रेणी में रखने का फैसला किया है।
चीन को डेढ़ सौ करोड़ से ज्यादा का हो रहा निर्यात
आईआईए के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं उत्तराखंड क्षेत्र के कन्वीनर ललित कपूर ने बताया कि वर्तमान में मुरादाबाद मंडल से चीन को सालाना डेढ़ सौ करोड़ से ज्यादा का मेंथा ऑयल निर्यात हो रहा है। यह क्रिस्टल और ऑयल दोनों ही रूप में एक्सपोर्ट किया जा रहा है। पिछले सालों की तुलना में अब चीन की तरफ से इसे इंपोर्ट करने के लिए मंडल के मेंथा निर्यातकों को अधिक संख्या में ऑर्डर मिल रहे हैं।