चीन ने भारत के साथ सीमा विवाद पर अमेरिकी ‘दखल’ की आलोचना करते हुए गुरुवार को कहा कि बीजिंग और नई दिल्ली में द्विपक्षीय विवादों को सुलझाने की क्षमता है। चीनी दूतावास के प्रवक्ता जी रोंग उस टिप्पणी का जवाब दे रहे थे जिसमें सोमवार को अमेरिका की उप-विदेश मंत्री स्टीफन बेइगुन कहा था कि भारत के साथ सीमा पर चीन के आक्रामक कार्रवाई समेत उसके क्षेत्रीय दावों से बाहर धकेल देगा।
जी रोंग ने कहा कि चीन “शांतिपूर्ण और मैत्रीपूर्ण परामर्श के माध्यम से उचित, तर्कसंगत और पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान” का पक्षधर है। उन्होंने कहा, दोनों पक्ष सीमा विवाद को लेकर कई स्तरों पर बातचीत करता आ रहे है और सीमा विवाद का शांतिपूर्वक समाधान चाहते हैं।
उन्होंने आगे कहा, “चीन और भारत में सीमा विवाद को द्विपक्षीय सुलझाने की क्षमता है। हम क्षेत्र के बाहर किसी की तरफ से उठाई गई ऊंगलियों को स्वीकार नहीं करेंगे। मध्यस्था या भड़काने से सिर्फ क्षेत्र की स्थिरता और शांति को खतरा ही पैदा होगा।”
जी रोंग ने भारत-अमेरिका सामरिक साझेदारी मंच की तरफ से आयोजित लीडरशिप समिट के दौरान बेइगुन की उन टिप्पणियों को खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने चीन की तरफ से भारत-चीन सीमा पर गलवान घाटी पर दावे, अन्य देशों के क्षेत्रों और क्षेत्रीय जल पर राष्ट्रीय संप्रभुता के चीन के दावे जताने की आलोचना की थी।