नई दिल्ली:कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए आरोप लगाया है कि उसने असंगठित पर प्रहार कर देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया है। गांधी ने सोमवार को यहां जारी एक वीडियो सन्देश में कहा कि अर्थव्यवस्था पर यह आक्रमण सोची समझी रणनीति के तहत किया गया है और इसका मकसद असंगठित क्षेत्र में काम करने वाली डेज़ह की बड़ी आबादी को गुलाम बनाना है।
उन्होंने कहा कि असंगठित क्षेत्र देश में 90 फ़ीसदी से ज्यादा आबादी को रोजगार देता है लेकिन मोदी सरकार ने रोजगार पैदा करने वाले क्षेत्र को जानबूझकर तबाह कर रही है। उन्होंने इसे एक साजिश बताया और कहा कि यह देश के लीगो को गुलाम बनाने की कोशिश है और इसकी पहचान कर सबको इसके खिलाफ लड़ना पड़ेगा। भारत के संदर्भ में असंगठित क्षेत्र के महत्व को समझाते हुए उन्होंने 2008 की जबरदस्त आर्थिक तूफान का हवाला दिया और कहा कि उस दौर में अमेरिका, जापान, चीन सहित पूरी दुनिया के बैंक गिर गए, बन्द होने में एक के बाद एक कंपनियों की लाइन लग गई, यूरोप के बैंक गिरे, लेकिन भारत मे इस मंदी का असर नही हुआ।
गांधी ने कहा कि इसकी वजह समझने के लिए वह तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मिले। उन्होंने कहा, “मैं थोड़ा हैरान तो मैंने पूछा, मनमोहन सिंह जी बताइए आप इन बातों को समझते हैं। पूरी दुनिया में आर्थिक नुकसान हुआ है, लेकिन हिंदुस्तान को कोई असर नहीं हुआ, कारण क्या है। मनमोहन सिंह जी ने कहा राहुल अगर हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था को समझना चाहते हो तो यह समझना होगा कि हिंदुस्तान में दो अर्थव्यवस्था है पहली असंगठित अर्थव्यवस्था और दूसरी संगठित अर्थव्यवस्था. संगठित में बड़ी कंपनियां नाम आप जानते हो, असंगठित व्यवस्था में किसान, मजदूर, छोटे दुकानदार, मध्यम श्रेणी की कम्पनियां है।”
कांग्रेस नेता ने कहा कि डॉ सिंह ने उन्हें बताया “जिस दिन तक हिंदुस्तान का असंगठित सिस्टम मजबूत है उस दिन तक हिंदुस्तान को कोई भी आर्थिक तूफान छू नहीं सकता।” गांधी ने कहा कि आज स्थिति बदल गई है। पिछले छह साल में असंगठित व्यवस्था पर आक्रमण किया गया है। इसके तीन बड़े उदाहरण नोटबंदी, गलत जीएसटी और लॉकडाउन। इन तीनों ने इस क्षेत्र को जबरदस्त नुकसान पहुचाया है। उन्होंने कहा “लॉकडाउन’ के पीछे सोच नहीं थी। यह मत सोचिए कि आखिरी मिनट पर लॉकडाउन कर दिया गया। इन तीनों का लक्ष्य हमारी इनफॉरमल सेक्टर को तबाह करना है।”