नई दिल्ली:कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज एक वीडियो बयान ट्विटर पर जारी करते हुए कोरोना संकट के बीच इंजीनियरिंग और मेडिकल कोर्सेज में दाखिले के लिए कराए जा रहे राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा पर केन्द्र को सलाह दी। सोनिया ने केन्द्र से कहा कि राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा को लेकर छात्रों की तरफ से उठाई गई चिंताओं को वे सुनें।
जब तक महामारी पर नियंत्रण नहीं पा लिया जाता है कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने सुप्रीम कोर्ट जाने का विचार किया। सोनिया गांधी ने कहा, “मेरे प्रिय छात्रों, मैं आपके लिए महसूस करती हूं क्योंकि आप अब बहुत कठिन स्थिति का सामना कर रहे हैं। आपकी परीक्षाओं का मुद्दा कि उन्हें कब और कहां आयोजित किया जाना चाहिए, न केवल आपके लिए बल्कि आपके परिवार के लिए भी सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा है।”
सोनिया ने कहा- छात्रों की सुने सरकार
सोनिया ने कहा, “आप हमारे भविष्य हो। बेहतर भविष्य के निर्माण के लिए हम आप पर निर्भर हैं। इसलिए, अगर आपके भविष्य को लेकर कोई फैसला लिया जाता है तो यह महत्वपूर्ण है कि यह आपकी सहमति से लिया जा रहा है। मुझे आशा है कि सरकार आपकी सुनेगी, आपकी आवाज को सुनेगी और आपकी इच्छा अनुरूप काम करेगी। धन्यवाद। जय हिंद।”
ममत बोलीं- केंद्र उपदेश देने में व्यस्त
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने NEET, JEE की प्रवेश परीक्षाओं को लेकर केन्द्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि केंद्र उपदेश देने में व्यस्त है, इसके बजाय उसे छात्रों के ‘मन की बात’ को सुनना चाहिए। ममता ने आगे कहा, “7-8 मुख्यमंत्री मिले। छात्रों के आधार पर हनमे यह फैसला किया कि सुप्रीम कोर्ट में समीक्षा के लिए अपील करेंगे। इसके अनुसार, छह राज्यों ने उस याचिका पर दस्तखत किए. मंत्री मोलोय घाटक ने पश्चिम बंगाल से इस पर हस्ताक्षर किया है।”
परीक्षा के समर्थन मे कूदे योगी-शिवराज
तो वहीं, बीजेपी शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री ने इस विरोध को खारिज किया है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “NEET और JEE प्रवेश परीक्षाएं समय पर होनी चाहिए क्योंकि हमारे छात्रों का एक साल खराब न हो जाए। यह उनके भविष्य से जुड़ा हुआ है।”
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जेईई और नीट परीक्षाओं के आयोजन को टालने की विपक्षी राजनीतिक दलों की मांग के बीच शुक्रवार को स्पष्ट किया कि राज्य सरकार इन परीक्षाओं के आयोजन का समर्थन करती है। योगी ने लखनऊ स्थित लोकभवन में आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में कहा, ”प्रदेश सरकार नीट तथा जेईई परीक्षाओं के आयोजन का समर्थन करती है।” उन्होंने कहा, ”गत नौ अगस्त, 2020 को राज्य में बीएड की प्रवेश परीक्षा संपन्न हुई, जिसमें लगभग पांच लाख अभ्यर्थी थे। इस परीक्षा में कहीं से भी संक्रमण (कोरोना वायरस) की कोई खबर नहीं आई।” मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी प्रकार लोक सेवा आयोग, उत्तर प्रदेश की परीक्षा भी संपन्न कराई गई है।
इस बीच, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, ”जेईई, नीट परीक्षा कराने पर अड़ी भाजपा ने अब ये ख़ुलासा कर दिया है कि उसने ‘मानव संसाधन मंत्रालय का नाम क्यों बदला, क्योंकि शिक्षा व शिक्षार्थियों के प्रति उसका दृष्टिकोण ‘मानवीयता से रिक्त है।” उल्लेखनीय है कि केन्द्र सरकार ने नयी शिक्षा नीति को मंजूरी देने के साथ ही मानव संसाधन विकास मंत्रालय का नाम बदलकर शिक्षा मंत्रालय कर दिया है। सपा अध्यक्ष की ओर से 27 अगस्त को परीक्षार्थियों और अभिभावकों के समर्थन में तथा परीक्षाओं व भाजपा के ख़िलाफ़ जारी खुले पत्र में कहा गया, ”भाजपा की तरफ से ये हास्यास्पद और तर्कहीन बात फैलायी जा रही है कि जब लोग दूसरे कामों के लिए घर से निकल रहे हैं तो परीक्षा क्यों नहीं दे सकते?”
पत्र में कहा गया कि भाजपा के लोग सत्ता के मद में ये भी भूल गए कि लोग मजबूरी में निकल रहे हैं और जो लोग घर पर रहकर बचाव करना भी चाहते हैं, सरकार परीक्षा के नाम पर उन्हें बाहर निकलने पर बाध्य कर रही है। उल्लेखनीय है कि नीट और जेईई जैसी परीक्षाओं को टालने की मांग छात्रों का एक वर्ग कर रहा है, जिसका विभिन्न विपक्षी राजनीतिक दल समर्थन कर रहे हैं। इस मांग को लेकर बृहस्पतिवार को राजभवन पहुंचे सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी केंद्र द्वारा महामारी काल में जेईई-एनईईटी परीक्षा कराए जाने के खिलाफ आज प्रदेशव्यापी धरना-प्रदर्शन कर रही है।