नई दिल्ली:भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 15 अगस्त की शाम अचानक सोशल मीडिया के जरिये इंटरनैशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट का ऐलान किया। धोनी ने अपने इंस्टाग्राम पर लिखा, ‘अब तक आपके प्यार और सहयोग के लिए धन्यवाद। शाम 07:29 मिनट से मुझे रिटायर्ड समझिए।’ धोनी को उनके संन्यास के बाद देश-विदेश सभी जगह से बधाइयां मिली। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धोनी को एक खत लिखकर बधाई दी। धोनी ने इस खत के जवाब में पीएम मोदी का शुक्रिया अदा किया है।
महेंद्र सिंह धोनी ने ट्वीट करते हुए लिखा, ”एक कलाकार, सैनिक और खिलाड़ी को प्रशंसा की ही भूख होती है। वे चाहते हैं कि उनकी कड़ी मेहनत और बलिदान को सभी पहचानें और उसकी तारीफ करें। शुक्रिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आपकी ओर से मिली प्रशंसा और शुभकामनाओं के लिए।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धोनी को लंबा पत्र लिखते हुए कहा कि 15 अगस्त को अपने ट्रेडमार्क बेबाक शैली में आपने एक छोटा वीडियो साझा किया, जो पूरे देश के लिए एक लंबी और भावुक चर्चा का विषय बनने के लिए पर्याप्त था। 130 करोड़ भारतीय निराश थे, लेकिन दिल से आपके आभारी भी हैं, उस सब के लिए जो आपने पिछले डेढ़ दशक में भारतीय क्रिकेट के लिए किया है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे लिखा, ”अपने क्रिकेटिंग करियर को आंकड़ों के जरिये देखा जा सकता है। आप सबसे सफल कप्तानों में से एक रहे हैं, जिन्होंने भारत को दुनिया के चार्ट में सबसे ऊपर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आपका नाम इतिहास में सबसे महान क्रिकेट कप्तान के रूप में, दुनिया के बल्लेबाजों में से एक के रूप में और निश्चित रूप से सबसे अच्छे विकेटकीपर्स में से एक के तौर पर लिया जाएगा।”
उन्होंने लिखा, ”कठिन परिस्थितियों में आपकी निर्भरता, मैचों को फिनिश करने की आपकी क्षमता खासतौर पर 2011 के विश्व कप फाइनल में पीढ़ियों तक लोगों के जेहन में ताजा रहेगी। महेंद्र सिंह धोनी का सिर्फ उनके करियर के आंकड़ों की वजह से ही याद नहीं रखा जाएगा। आपका सिर्फ एक खिलाड़ी के रूप में मूल्यांकन आपके साथ अन्याय होगा। आपको सही तरह से मूल्यांकित करने के लिए आपको अद्भुत शख्सियत के रूप में देखा जाना चाहिए। एक छोटे से शहर से निकलकर राष्ट्रीय स्तर पर उभरना और देश को गौरव दिलाना अहम काम हैं। इसके बाद आपने करोड़ों युवाओं को प्रेरित किया। ऐसे स्कूल, कॉलेज के युवाओं को जो शाही परिवारों से नहीं आते, लेकिन जिनमें प्रतिभा है। नए भारत में आपका अहम रोल है।”
पीएम ने लिखा, ”आपने यह साबित किया कि यह बात मैटर नहीं करती कि आप कहां से ताल्लुक रखते हैं, यही बात लोगों को प्रेरित करती है। मैदान पर आपके बहुत से कारनामे पीढ़ियां याद रखेगी। इस पीढ़ी ने आपसे ही रिस्क लेना सीखा है। 2007 के टी-20 वर्ल्ड कप में अंतिम ओवर जोगेंद्र सिंह से फिंकवाना इसका शानदार उदाहरण है। यह पीढ़ी कठिन से कठिन परिस्थितियों में संतुलन बनाए रखना भी आपसे सीखी है। हमने आपकी बहुत सी पारियां और मैच देखे हैं। विपरीत परिस्थितियों में भी हिम्मत ना छोड़ने का हौसला हमने आपसे ही सीखा है।”
उन्होंने लिखा, ”सबसे अहम है आप की निर्भयता और जिस तरह आपने टीम का नेतृत्व किया। इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपके बाल लंबे हैं या छोटे। आप जिस तरह जीत के बाद शांत दिखते हैं उसी तरह हार के बाद भी शांत रहते हैं। यह युवाओं के लिए एक बड़ा सबक है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ”भारतीय सैन्य बलों से आपका विशेष लगाव का भी मैं जिक्र करना चाहूंगा। आप आर्मी पर्सोनल के रूप में सबसे ज्यादा खुश दिखाई दिए थे। कल्याण के लिए आपकी प्रतिबद्धताएं हमेशा याद रखी जाएंगी। मुझे उम्मीद है कि साक्षी और जिवा अब आपके साथ अधिक समय बिता पाएंगी। मैं आप सबको शुभकामनाएं देता हूं, क्योंकि उनके त्याग और सहयोग के बिना कुछ भी संभव नहीं होता। युवा आपसे सीखेंगे कि पेशेवर और निजी जिंदगी के बीच कैसे तालमेल बिठाया जाता है। मैंने आपका एक चित्र देखा है, जिसमें आप क्यूट जिवा के साथ खेल रहे हैं। एक टूर्नामेंट में जीत के बाद आप अपनी बेटी के साथ सेलिब्रेट कर रहे हैं। यही विशिष्ट धोनी हैं। मैं आपको भविष्य के लिए शुभकामाएं देता हूं।”
बता दें कि बता दें कि 2014 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने वाले महेंद्र सिंह धोनी ने धोनी ने 90 टेस्ट मैचों में 38.09 की औसत से 4,876 रन बनाए। उन्होंने अबतक 350 वनडे इंटरनेशनल खेले हैं, जिनमें 50.57 की औसत से 10,773 रन बनाए हैं। धोनी ने भारत के लिए 98 टी-20 इंटरनेशनल मैचों में 37.60 की औसत से 1,617 रन बनाए हैं।