मुंबई:साल 2019 की एजीएम में भारी-भरकम घोषणा कर 10 मिनट में शेयरों में बेतहाशा वृद्धि करनेवाले रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी इस बार निवेशकों में नया जोश भरने में विफल रहे हैं। इसका असर यह हुआ कि महज 20 घंटे में ही कंपनी का शेयर 8 प्रतिशत टूट गया। जबकि इसके मार्केट कैपिटलाइजेशन में एक लाख करोड़ रुपए की कमी आई है। गुरुवार को आरआईएल का शेयर 1,812 रुपए तक चला गया और मार्केट कैप 11.50 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया।
बुधवार को मार्केट कैप 12.54 लाख करोड़ तक पहुंचा था
बुधवार को एजीएम शुरू होने से पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर 1,978 रुपए तक जा पहुंचा था। मार्केट कैप इसी समय 12.54 लाख करोड़ रुपए के ऊपर हो गया था। लेकिन जैसे ही मुकेश अंबानी ने एजीएम की शुरुआत की, शेयर में गिरावट शुरू हो गई। शेयर बुधवार को एक बार तो 9 प्रतिशत तक टूट गए। हालांकि शाम को यह 4 प्रतिशत के करीब गिरकर 1,845 रुपए पर बंद हुआ था।
गुरुवार को 1,850 रुपए पर खुला, लेकिन बाद में गिरा
गुरुवार को बाजार खुलने पर आरआईएल का शेयर बढ़त के साथ 1,850 रुपए पर खुला। लेकिन देखते ही देखते यह पहले ही घंटे में 1,812 रुपए पर पहुंच गया और मार्केट कैपिटलाइजेशन इसी दौरान 11.50 लाख करोड़ रुपए हो गया। इस तरह से बुधवार से गुरुवार की सुबह तक मार्केट कैपिटलाइजेशन में एक लाख करोड़ रुपए की कमी देखी गई। हालांकि दोपहर के बाद शेयरों में थोड़ा सुधार दिखा और यह बुधवार के बंद के स्तर पर पहुंच गया। जबकि मार्केट कैपिटलाइजेशन भी 11.69 लाख करोड़ रुपए हो गया।
एक हफ्ते में 9 प्रतिशत बढ़ा शेयर
इस पूरे हफ्ते में आरआईएल का शेयर 9 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ा है। जबकि एक महीने में यह 21 प्रतिशत और इस साल के शुरू से यह 29 प्रतिशत बढ़ा है। हालांकि पिछली एजीएम यानी 12 अगस्त 2019 से देखें तो कंपनी ने मार्केट कैपिटलाइजेशन में 5.60 लाख करोड़ रुपए की राशि जोड़ी है। इसका शेयर तब से 66 प्रतिशत बढ़ा है। हालांकि उस एजीएम में कंपनी के कर्ज मुक्त, जियो में हिस्सेदारी बेचने जैसी तमाम घोषणाओं का निवेशकों ने स्वागत किया। लेकिन इस बार पिछली घोषणाओं से ज्यादा कुछ खास नहीं था। यही कारण है कि कंपनी के शेयरों पर दबाव दिख रहा है।