उज्जैन। कानपुर के बिकरू में हुए शूटआउट का मुख्य आरोपी विकास दुबे गुरुवार सुबह उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर से गिरफ्तार कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि वह महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए गया था। उत्तर प्रदेश पुलिस की टीम उसे पिछले छह दिन से खोज रही थी। मीडियो रिपोर्ट्स में महाकाल मंदिर के पुजारी आशीष के हवाले से बताया गया है कि एनकाउंटर के डर से विकास दुबे खुद से सरेंडर करना चाहता था। मंदिर परिसर में पहुंचने के बाद विकास दुबे चिल्ला चिल्लाकर कहने लगा कि वह ही विकास दुबे है। उसने महाकाल मंदिर के सुरक्षाकर्मियों से कहने लगा कि पुलिस को सूचना दी जाए।
बताया यह भी जा रहा है कि महाकाल मंदिर की सिक्युरिटी टीम ने उसे संदिग्ध जानकर पकड़ लिया था। इसके बाद महाकाल थाना पुलिस को सूचना दी। हालांकि, यह भी बताया जा रहा है कि विकास महाकाल मंदिर परिसर में पहुंचा और चिल्लाने लगा कि मैं विकास दुबे हूं, जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने उसे पकड़ लिया और पुलिस को सूचना दी। उधर, मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि गैंगस्टर विकास दुबे मध्यप्रदेश पुलिस की कस्टडी में है। गिरफ्तारी कैसे हुई, इसके बारे कुछ भी कहना ठीक नहीं है।
विकास को पकड़वाने वाले सिक्युरिटी गार्ड गोपाल सिंह ने बताया, “मैंने शक होने पर उसे पूछताछ के लिए रोका तो वह आनाकानी करने लगा। मुझे और ज्यादा शक हुआ, तो मैंने पुलिस को बुलाया। इस पर उसने मेरे साथ झूमा-झटकी की। थोड़ी देर में पुलिस आई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।” इस संबंध में मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से की बात। पुलिस उसे यूपी पुलिस को हैंडओवर करेगी। फिलहाल उसे अज्ञात स्थान पर ले जाया गया है जहां पूछताछ हो रही है।
पूरी घटना
विकास दुबे को गिरफ्तार करने 2 जुलाई को 3 थानों की पुलिस ने बिकरू गांव में दबिश दी, विकास की गैंग ने 8 पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी। 3 जुलाई को पुलिस ने सुबह 7 बजे विकास के मामा प्रेमप्रकाश पांडे और सहयोगी अतुल दुबे का एनकाउंटर कर दिया। 20-22 नामजद समेत 60 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। 5 जुलाई को पुलिस ने विकास के नौकर और खास सहयोगी दयाशंकर उर्फ कल्लू अग्निहोत्री को घेर लिया। पुलिस की गोली लगने से दयाशंकर जख्मी हो गया। उसने खुलासा किया कि विकास ने पहले से प्लानिंग कर पुलिसकर्मियों पर हमला किया था। 6 जुलाई को पुलिस ने अमर की मां क्षमा दुबे और दयाशंकर की पत्नी रेखा समेत 3 को गिरफ्तार किया। शूटआउट की घटना के वक्त पुलिस ने बदमाशों से बचने के लिए क्षमा दुबे का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन क्षमा ने मदद करने की बजाय बदमाशों को पुलिस की लोकेशन बता दी। रेखा भी बदमाशों की मदद कर रही थी। 8 जुलाई एसटीएफ ने विकास के करीबी अमर दुबे को मार गिराया। प्रभात मिश्रा समेत 10 बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। 9 जुलाई प्रभात मिश्रा और बऊआ दुबे एनकाउंटर में मारे गए। विकास दुबे उज्जैन से खुद गिरफ्तार हो गया।